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शीला हत्याकांड को सुलझाया पुलिस ने , चारों आरोपी पकड़ाए, चाल-चलन से परेशान था पति और पूरा परिवार

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कोरबा। बांगो में हुए शीला हत्याकांड की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है, गुरुवार को पुलिस ने मामले के दो आरोपियों को गिरफ्तार किया था। देर रात तक चली धर पकड़ की कार्रवाई में अंतत: पुलिस ने हत्याकांड के चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पति ने पत्नी के चाल-चलन को लेकर उसे मौत के घाट उतारा था। इसमें उसके चाचा व एक रिश्तेदार व साथी ने भी मदद की थी।

पत्नी की चाल-चलन खराब होने की वजह से न केवल पति परेशान था बल्कि पूरे परिवार को जिल्लत झेलनी पड़ रही थी। इसलिए परिवार ने हत्या करने की योजना बना ली और इसमें पति ने अपने एक मित्र को भी शामिल कर लिया। घर का मासिक खर्च देने के नाम से बहला-फुसलाकर देर शाम को पति अपने दोस्त के बोलेरो में उसे बैठाकर बुड़बुड़ गांव में सूने स्थान पर ले गए। साथ में मृतका का देवर व चाचा ससुर भी था। वहां गला घोंटकर मौत के घाट उतारने के बाद शव को नाला में बालू के नीचे दफना दिए। निर्वस्त्र अवस्था में दफन मिली नगोई निवासी शीला कंवर (28) की लाश के मामले को पुलिस ने सुलझा लिया हैं। हत्यारा कोई और नहीं बल्कि उसका अपना दूसरा पति निकला है। लाश मिलने के बाद से ही पति के लापता हो जाने की वजह से पुलिस का संदेह पहले ही उस पर गहरा गया था। कॉल डिटेल निकालने पर कटघोरा में रहने वाले संदीप कुमार यादव पर भी पुलिस को संदेह हुआ और उससे पूछताछ की गई। वह टूट गया और पुलिस के सामने कत्ल की पूरी दास्तां बयां कर दी। इसके बाद से ही मृतका के पति गोलू कंवर (30) की तलाश पुलिस सरगर्मी से कर रही थी। पुलिस को खबर मिली थी कि गोलू चोटिया के आसपास छिपा है। गुरुवार की सुबह पुलिस की टीम यहां पहुंची और घेराबंदी कर उसे धरदबोचा। पुलिस को देखते ही वह भागने की कोशिश किया, पर कामयाब नहीं रहा। पुलिस को गोलू ने बताया है कि उसकी पत्नी का चाल-चलन ठीक नहीं था, इसकी वजह से समाज में परिवार की बदनामी हो रही थी। काफी समझाने के बाद भी शीला अपनी आदतों से बाज नहीं आ रही थी। इस वजह से सभी ने मिलकर उसे हमेशा के लिए ठिकाने लगा देने की ठान ली और संदीप के बोलेरो में उसे बैठाकर बुड़बुड़ ले गए। उसके साथ चाचा नरेश कंवर (33) व 17 साल का नाबालिग भाई भी था। शीला को यह बताया था कि एक व्यक्ति उसे रुपये देने वाला है, वह भी साथ चले रुपये लेकर उसे घर खर्चा के लिए दे देगा। यह सुन शीला सहर्ष उसके साथ चलने को राजी हो गई। सूने स्थान पर पहुंचते ही गोलू और नरेश उसका गला घोंट मौत के घाट उतार दिया। शव को सभी चारों आरोपितों ने मिलकर नजदीक में ही नाले में बालू हटाकर दफना दिया और भाग निकले। मामले में पुलिस ने हत्याकांड के चारों आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल कर ली हैं।