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मुख्यमंत्री कमलनाथ के आगमन के दौरान एयरपोर्ट पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया

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इंदौर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ शनिवार को 155 करोड़ की लागत से बने मप्र पुलिस आवास का लोकार्पण करने शहर पहुंचे। मुख्यमंत्री के आने की सूचना पर हजारों की संख्या में कांग्रेसी एयरपोर्ट पर उनके स्वागत के लिए पहुंच गए। मुख्यमंत्री के आगमन के दौरान एयरपोर्ट पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया। यहां पर कांग्रेसियों ने जमकर धक्का-मुक्की की। इस दौरान मंत्री तुलसी सिलावट, सज्जन सिंह वर्मा सहित अन्य मंत्री व विधायक अव्यवस्था का शिकार हो गए। मंत्री सिलावट तो कार्यकर्ताओं का जोश देख परेशानी से बचने के लिए बाहर आकर बेंच पर बैठ गए। लोकार्पण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कमलनाथ ने कहा कि पुलिसकर्मियों के लिए बने इस अत्याधुनिक आवास को देखकर बहुत खुशी हो रही है। पुलिस का उनके काम में तकनीकी के इस्तेमाल के साथ आवास में ही उसी तकनीकी का उपयोग सराहनीय है। सरकार इस प्रकार की इमारत प्रदेश के हर जिले हर संभाग में बनवाएगी। ऐसे कार्यों से पुलिस को यह पता चलता है कि सरकार उनके लिए भी सोचती हैं। हमने पुलिस को एक दिन के अवकाश का कहा था, जो हमने कर दिया हैं। कार्यक्रम में मंत्री बाला बच्चन, सज्जन वर्मा, जीतू पटवारी, तुलसी सिलावट, सांसद शंकर लालवानी, महापौर मालिनी गौड़ और विधायक संजय शुक्ला शामिल थे। कार्यक्रम में शामिल होने आए मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि हार के बाद कांग्रेस में इस्तीफे को लेकर एक बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में बदलाव हुआ है। आलाकमान चाहे तो पूरा कमलनाथ मंत्रीमंडल इस्तीफा देने को तैयार है। लोकसभा में हार किसी एक की नहीं पूरी कांग्रेस पार्टी की है। इसके पहले रेसीडेंसी पर स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट और अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री आरिफ अकील ने मीडिया से चर्चा की। स्वास्थ मंत्री तुलसी सिखावट ने उनकी विधानसभा सांवेर में सड़क पर महिला की प्रसूति के मामले में खुद जताते हुए कहा कि यह घटना बहुत ही अफसोसजनक है। मामले की जांच की जा रही है जो दोषी पाए जाएंगे उन पर कार्रवाई की जाएगी। वहीं आकाश मामले में अपने सहयोगी मंत्री सज्जन सिंह वर्मा का बचाव करते हुए कहा कि बेगुनाह हैं। किसी को लगाता है कि वे दोषी हैं तो सीबीआई जांच करवा लें। भाजपा विधायक आकाश विजयवर्गीय मामले में कहा कि जर्जर मकान को तोड़ने का नोटिस तो पूर्व की शिवराज सरकार में जारी हुआ था। उसी अनुसार निगमकर्मचारी कार्रवाई कर रहे थे। वहीं इंदौर पहुंचे अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री आरिफ अकील ने मीडिया से कहा कि प्रदेश वक्फ संपत्तियों में हेरफेर करने वालों को छोड़ा नहीं जाएगा। सभी पर चुन-चुन कर कार्रवाई की जाएगी। इंदौर में वक्फ की जमीन पर भाजपा कार्यालय बना दिया गया है, इस जमीन को आजाद करवाया जाएगा। उन्होंने मॉब लीचिंग मामले में आफसोस जताते हुए इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया।