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एससीओ के घोषणापत्र में आतंकवाद मुद्दा बना

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किर्गिस्तान। भारत के आतंकवाद विरोधी अभियान को बड़ी सफलता मिली है। शंघाई कॉरपोरेशन आॅर्गनाइजेशन के सभी सदस्य देशों की तरफ से घोषणापत्र जारी किया गया है, जिसमें आतंकवाद को भी मुद्दा बनाया गया है। भारत की तरफ से बार-बार उठाए जाने वाले सीमा पार आतंकवाद को भी इस घोषणा पत्र में जगह दी गई है। इससे पहले पीएम मोदी ने समिट में अपने बयान में आतंक को मदद पहुंचाने वाले देशों को जिम्मेदार ठहराने की बात कही है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा, सभी सदस्य देशों ने आम सहमति से आतंक के खिलाफ बयान दिया है। यह सभी सदस्य देशों की तरफ से जारी घोषणापत्र में शामिल है। यह सभी देशों की तरफ से आतंकवाद के खिलाफ कड़ा संकेत है। बता दें कि पीएम मोदी ने एससीओ समिट में आतंकवाद के खिलाफ जोरदार वार किया है। उन्होंने सदस्य देशों से आतंकवाद को समर्थन देने वाले राष्ट्रों के खिलाफ एकजुट होने का आह्वान किया। साफ है कि आतंकवाद का समर्थन करने वाले राष्ट्रों की बात कर पीएम मोदी ने अप्रत्यक्ष तौर पर पाकिस्तान को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा, आतंकवाद को समर्थन, प्रोत्साहन और आर्थिक मदद देने वाले राष्ट्रों को जिम्मेदार ठहराना जरूरी है। एससीओ सदस्यों को आतंकवाद के सफाये के लिए एक साथ आकर काम करना चाहिए।
मोदी ने दिया ‘टेररिज्म फ्री सोसाइटी’ का नारा
पीएम मोदी ने कह कि एससीओ के सभी देशों को आतंकवाद के खिलाफ एक होना होगा। उन्होंने कहा कि आतंकवाद की फंडिंग पर रोक लगाने से लेकर हमें इसके खात्मे तक एक होकर काम करना होगा। पीएम मोदी ने ‘टेररिज्म फ्री सोसाइटी’ का नारा देते हुए कहा कि मैं हाल ही में श्रीलंका गया था तो वहां भी आतंकवाद का खतरनाक रूप में देखने को मिला। पीएम मोदी ने कहा कि आतंक के खिलाफ भारत अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का आह्वान करता है।
इमरान ने प्रोटोकॉल तोड़ा; पाकिस्तान शर्मसार
शंघाई सहयोग सम्मेलन के उद्घाटना में नरेंद्र मोदी, शी जिनपिंग और व्लादिमीर पुतिन समेत तमाम नेताओं का परिचय दिया गया। क्रमानुसार इन्होंने समिट हॉल में प्रवेश किया। सभी प्रतिनिधी परंपरा के अनुसार खड़े थे, लेकिन पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान बैठे रहे। इमरान की यह हरकत कैमरों में कैद हो गई और कुछ ही देर में सोशल मीडिया पर वीडियो भी वायरल हो गया। परंपरा और प्रोटोकॉल के मुताबिक, सभी नेता और दूसरे प्रतिनिधी खड़े रहे। लेकिन, इमरान खान को या तो परंपरा की जानकारी नहीं थी या फिर उन्होंने जानबूझकर इसका पालन नहीं किया। वो सिर्फ दो सेकंड के लिए तब उठे जब उनका नाम पुकारा गया। इसके बाद फिर हाथ फैलाकर बैठ गए।
इमरान सामने आए, मोदी ने देखा तक नहीं
एससीओ में नरेंद्र मोदी और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के बीच कोई मुलाकात नहीं हुई। दोनों नेता गुरुवार को किर्गिस्तान के राष्ट्रपति के अनौपचारिक भोज और समिट में साथ आए, लेकिन मोदी ने इमरान की ओर देखा तक नहीं। भारत कह चुका है कि एससीओ में मोदी और इमरान की बैठक का कोई कार्यक्रम नहीं है। हालांकि, मोदी ने पिछले साल चीन में हुई समिट के दौरान तत्कालीन पाक राष्ट्रपति ममनून हुसैन से हाथ मिलाया था।