दिल्ली विश्वविद्यालय में स्नातक की लगभग 62,000 सीटों के लिए आॅनलाइन आवेदन प्रक्रिया गुरुवार देर शाम शुरू हो गई। हालांकि, सुबह से ही डीयू की वेबसाइट ठप रही। इसकी वजह से छात्रों को आवेदन करने में काफी दिक्कतें हुईं। नार्थ कैंपस स्थिति कांफ्रेंस सेंटर में डीयू के रजिस्ट्रार ने मीडिया को बताया कि स्नातक की आवेदन प्रक्रिया 14 जून तक चलेगी। इसके बाद 20 जून को डीयू पहली कटआॅफ जारी करेगा। डीयू इस बाद आवेदन से लेकर दाखिला प्रक्रिया में कई अहम बदलाव किए हैं। यह बदलाव छात्रों, अभिभावकों, शिक्षकों, प्रिंसिपल और विभागाध्यक्षों से मिले सुझावों के आधार पर किए गए हैं। उन्होंने कहा कि डीयू वैश्विक रैंकिंग में अपनी जगह बनाने में कामयाब रहा है और आने वाले समय में हम और बेहतर करेंगे।वहीं, डीयू के डीन स्टूडेंट्स वेलफेयर प्रो. राजीव गुप्ता ने बताया कि इस बार पांच कटआॅफ निकालने की कोशिश होगी। तीसरी या चौथी कटआफ के बाद एससीए एसटी वर्ग के छात्रों के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा। उन्होंने बताया कि स्नातक की आॅनलाइन आवेदन प्रक्रिया के साथ ही नॉन कॉलेजिएट वुमन एजुकेशन बोर्ड के लिए भी आवेदन शुरू हो गए हैं। जो छात्रा रेगुलर कोर्स के लिए आवेदन करेगी उसका अपने आप एनसीवेब में भी आवेदन हो जाएगा। एनसीवेब में सिर्फ दिल्ली की छात्राओं को ही प्रवेश मिलता है। कंप्यूटर सेंटर के अधिकारी संजीव सिंह ने बताया कि एडमिशन पोर्टल को छात्रों की जरूरत के अनुकूल बनाया गया है। यदि छात्र चाहे तो 2जी नेटवर्क पर भी मोबाइल से अपना आवेदन भर सकता है। यही नहीं, यदि छात्र अपना पासवर्ड भूल गया है तो वह पुन फारगेट पासवर्ड पर जाकर ओटीपी के माध्यम से अपना पासवर्ड जेनरेट कर सकता है। पहले यह व्यवस्था नहीं थी। आमतौर पर छात्रों को बेस्ट फोर या बेस्ट थ्री निकालने में परेशानी होती है। लेकिन, इस बार आवेदन के समय कटआॅफ कैलकुलेटर इसे आसान कर देगा। डीयू के कंप्यूटर सेंटर ने इस कैलकुलेटर में सभी विषयों और उससे जुड़ी शर्तों को शामिल कर दिया है। इसलिए अब कॉलेजों को भी दाखिला के समय इसे जोड़ने में बहुत दिक्कत नहीं होगी। अभी तक आॅनलाइन आवेदन के समय छात्र को अपने सभी प्रमाणपत्रों को अपलोड करना होता था। लेकिनए इस बार डीयू ने स्पष्ट किया है कि चरित्र प्रमाणपत्र, माइग्रेशन, ट्रांसफर प्रमाणपत्र को पोर्टल पर अपलोड नहीं करना होगा। यदि किसी छात्र के पास 31 मार्च 2019 के बाद का जाति या आय प्रमाण पत्र नहीं है तो वह आवेदन का स्लिप भी अपलोड कर सकता है। दाखिले के समय सभी मूल प्रमाणपत्र देखे जाएंगे, लेकिन इसे जमा नहीं करना होगा। जब दाखिला प्रक्रिया समाप्त होगी, तब कॉलेज जांच के लिए एक सप्ताह के लिए प्रमाणपत्र रख सकता है।