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बालाकोट एयरस्ट्राइक का पूरा श्रेय सेना को जाता है – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक न्यूज चैनल को दिए साक्षात्कार में बालाकोट एयरस्ट्राइक को लेकर कहा कि इस अभियान का पूरा श्रेय सेना को जाता है न कि मुझे। उनका कहना था कि आॅपरेशन में पाकिस्तान में विमान गिरने के बाद पकड़े गए विंग कमांडर अभिनंदन के बारे में पहले ही पाकिस्तान को चेता दिया गया था कि यदि भारतीय पायलट को कुछ भी नुकसान हुआ तो स्थितियां बेकाबू हो जाऐंगी। विरोधियों को लेकर उन्होंने कहा कि मुझे आश्चर्य हुआ कि एक पार्टी की रणनीति इस पर केंद्रित है कि एक मोदी की छवि को कैसे भी धूमिल किया जाए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चर्चा में उल्लेख किया कि हमारी रणनीति बालाकोट एयरस्ट्राइक टालने और फिर इसे किसी और दिन अंजाम देने की थी । इसका कारण यह था कि उस समय मौसम खराब हो गया था। यह बात मैं पहली बार बोल रहा हूं। अचानक एक सुझाव मिला कि तारीख बदल दें क्या? मैंने कहा कि इस मौसम में हम रडार से बच सकते हैं। इसी के साथ पाकिस्तान के अलग -अलग क्षेत्रों को टारगेट किया गया जिससे वह कनफ्यूज हो गया। मिशन को लेकर हुई चर्चा में पाकिस्तान के किसी एक स्थान का हमने उल्लेख किया। करीब 1 सैट जहाजों का वहां भेजा गया। दूसरी ओर भारतीय नौसेना ने अपनी तैयारी की। ऐसे में पाकिस्तान को लगा कि कराची पर हमला होगा। वह कंफ्यूज हो गया । गौरतलब है कि 14 फरवरी 2019 को जम्मू -श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर आतंकियों द्वारा सुरक्षा दस्ते के काफिले को निशाना बनाया गया था। जिसके बाद देशभर में पाकिस्तान को लेकर आक्रोश देखा गया। जगह -जगह लोग कैंडल मार्च निकालकर पाकिस्तान के खिलाफ नारेबाजी करते रहे। लोगों ने पाकिस्तान के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की। इसी बीच केंद्र सरकार ने सेना को एयर स्ट्राइक के लिए तैयार किया। 26 फरवरी 2019 को योजनाबद्ध तरीके से भारत ने एयर स्ट्राइक की। इस अभियान में पाकिस्तान के बालाकोट में मौजूद आतंकियों के ठिकाने को ध्वस्त कर दिया गया। जिसके बाद पाकिस्तान का एफ 16 विमान भारतीय क्षेत्र की ओर आता देखा गया। भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान की कोशिश नाकाम कर दी लेकिन अभियान में भारत का एक मिग 21 विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। विमान के पायलट विंग कमांडर अभिनंदन पैराशूट से जमीन पर कूदे, भ्रम के चलते वे पाकिस्तान के सीमावर्ती क्षेत्र में पहुंच गये। पाकिस्तान में अभिनंदन के पकड़े जाने के बाद भारत की ओर से अंतर्राष्ट्रीय दबाव बनाया गया। जिसके चलते पाकिस्तान को अपने मंसूबों में सफलता नहीं मिली और विंग कमांडर अभिनंदन को छोड़ दिया गया।