भोपाल। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का भाजपा पर खुला आरोप है कि वहां अपने नेताओं और कार्यकतार्ओं से ज्यादा अभिनेताओं को तवज्जों मिल रही है। उनका कहना है कि नक्सलवादियों से तब तक बात नहीं हो सकती जब तक वे भारतीय संविधान में भरोसा नहीं करते। उन्होंने कहा कि यूपीए के बहुमत में आने पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ही नेता होंगे, इसमें किसी भी सहयोगी के मन में कोई संशय नहीं है। दिग्विजय सिंह समेत कांग्रेस के अन्य उम्मीदवारों के पक्ष में चुनाव प्रचार के लिए आए बघेल ने संवाददाताओं से बातचीत में ये बातें कहीं। भोपाल के बाद वे सागर संसदीय सीट के सिरोंज और विदिशा संसदीय सीट के गुलाबगंज में कांग्रेस उम्मीदवारों के पक्ष में चुनावी सभाओं को संबोधित करने भी गए। सवालों के जवाब में बघेल ने कहा कि कांग्रेस पार्टी शुरू से प्रपोगंडा करने में भरोसा नहीं करती। मंदिर हम भी जाते हैं, लेकिन उसका प्रचार नहीं करते। जबकि भाजपा कार्यकर्ता भले से मंदिर न जाएं पर उसकी दुकानदारी धर्म के नाम पर खूब चलती है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने अपने प्रचार तंत्र के सहारे कांग्रेस पार्टी को अल्पसंख्यकों की पार्टी प्रचारित बना दिया जबकि असलियत ऐसी नहीं है। कांग्रेस सभी धर्मों का बराबरी से सम्मान करती है। बघेल ने राष्ट्रवाद के मुद्दे पर भाजपा और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि आमतौर पर चुनावों में सरकार अपने काम पर वोट मांगती है, लेकिन यह पहली सरकार है जो सेना के नाम पर वोट मांग रही है। थक हार कर सेना के अधिकारियों को कहना पड़ रहा है कि सैनिकों के नाम पर वोट न मांगे जाएं। इस सवाल पर कि पूर्ववर्ती रमनसिंह व उनसे जुड़े मामलों पर जो कार्रवाई हो रही है क्या वह खुन्न्स के कारण हो रही है, बघेल कहते हैं वे इसे बदलापुर कहते हैं। जबकि नान घोटाला हो, अंतागढ़ और झीरम घाटी का मामला हो, हमने चुनाव से पहले पब्लिक मीटिंग में कहा था कि हमारी सरकार आएगी तो हम जांच कराएंगे। झीरम की घटना को तीन तरह से देख सकते हैं। एक तो क्रास फायरिंग हुआ जिसमें विद्याचरण शुक्ल, उदय मुदलियार की मृत्यु हुई। दूसरा महेन्द्र कर्मा नक्सलियों की हिट लिस्ट में थे, जबकि नंदकुमार पटेल और दिनेश पटेल का मामला सुपारी किलिंग का है। उन्होंने कहा- मैं इस बारे में दो बार भारत सरकार को पत्र लिख चुका हूं। इस पर राज्य सरकार जांच कराना चाहती है, वर्तमान में यह जांच एनआईए कर रही है। केंद्र सरकार इस जांच को राज्य सरकार को नहीं सौंप रही है। बघेल ने कहा कि नान घोटाले में उन लोगों पर तो कार्रवाई हो गई, जिनसे पैसा आया था, मगर जिनके नाम सामने आए हैं, उन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है। नक्सली समस्या पर बघेल ने कहा कि जब तक नक्सली भारतीय संविधान को मानते हुए हथियार नहीं छोड़ते तब तक उनसे बात नहीं हो सकती। उन्होंने कहा कि नक्सली पहले विचारधारा की बात करते थे, मगर अब डरा धमका कर वसूली करने में लगे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी से जुड़े एक सवाल पर भूपेश बघेल ने तंज कसते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में जोगी और देश में मोदी के भाषणों में सच्चाई ढूंढना भूसे के ढेर से सुई खोजने जैसा कठिन है। दोनों लच्छेदार भाषण देने में माहिर है। उन्होंने दोनों के बीच और भी कई समानताएं गिनाई। भूपेश ने छत्तीसगढ की सभी 11 सीटें जीतने का दावा करते हुए कहा कि विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का मुकाबला केन्द्र और प्रदेश सरकार की तत्कालीन रमन सरकार से था तब कांग्रेस दो तिहाई बहुमत से जीती थी आज स्थिति भिन्न है।