सीबीएसई रिजल्ट 2019: सीबीएसई 12वीं की उत्तरपुस्तिकाओं में गलत मूल्यांकन करने वाले शिक्षकों पर कार्रवाई होगी। उन्हें तीन साल के लिए मूल्यांकन से अलग रखा जाएगा। सीबीएसई ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है। अभी मार्क्स वेरिफिकेशन के लिए आवेदन लिये जा रहे हैं। इसके बाद छात्रों को री-इवैल्यूएशन का मौका दिया जायेगा। 22 से 24 मई तक उत्तरपुस्तिका की फोटो कॉपी दी जायेगी। इस बीच छात्र अपनी शिकायत बोर्ड के पास कर सकते हैं। छात्रों की शिकायत पर बोर्ड दुबारा इसकी जांच करेगा। जिस केंद्र पर कॉपी जांच हुई होगी और जिस स्कूल के शिक्षक ने मूल्यांकन किया होगा, दोनों को बोर्ड की ओर से नोटिस दिया जाएगा। इसकी तैयारी को लेकर बोर्ड ने स्कूलों से शिक्षकों की सूची मांगी है। जिन स्कूलों ने बोर्ड को गलत शिक्षकों की सूची भेजी है, उन पर 50 हजार तक का जुमार्ना लगाया जायेगा। 2018 के बोर्ड रिजल्ट के बाद स्क्रूटिनी के दौरान कई ऐसी उत्तरपुस्तिकाएं बोर्ड की नजर में आई जिसमें शिक्षकों ने काफी कम अंक दिये थे। इस कारण छात्र फेल हो गये थे। देशभर से पांच सौ से अधिक ऐसे शिक्षक पकड़ में आए थे। इनमें बिहार के 50 से अधिक शिक्षक थे। मूल्यांकन में इन शिक्षकों ने न तो स्टेपवाइज मार्किंग की थी और न ही सारे उत्तर की जांच की थी। कई कॉपी पर 63 की जगह तीन अंक दे दिये गये थे। सीबीएसई के परीक्षा नियंत्रक संयम भारद्वाज ने कहा कि इस बार गलत मूल्यांकन करने वाले शिक्षकों पर कार्रवाई होगी। शिक्षकों को कारण बताओ नोटिस के साथ आगे तीन साल के लिए मूल्यांकन से अलग रखा जायेगा।