अक्षय तृतीया का खास पर्व इस बार 7 मई को मनाया जाएगा। इस दिन को खरीदारी के लिए बहुत ही शुभ माना जाता है। इसके बारे में ये भी कहा जाता है कि इस दिन किया गया कोई भी शुभ कार्य असफल नहीं होता। ज्योतिश शास्त्र के अनुसार खरीदारी के अलावा इस दिन देवी लक्ष्मी की पूजा का भी विधान है। जो लोग इस दिन मां लक्ष्मी से जुड़े ये खास उपाय करते हैं उनकी तिजोरी हमेशा पैसों से भरी रहती है। इस दिन सोने-चांदी की वस्तुएं खरीदना अधिक शुभ माना जाता है। इस दिन सोने-चांदी के आभूषण के साथ ही साथ माता लक्ष्मी के चरण पादुका खरीदना भी शुभ माना जाता है। विधि अनुसार लक्ष्मी यंत्र या श्रीयंत्र को चावल की ढेरी पर स्थापित कर उत्तराभिमुख हो कमल गट्टे की माला, गुलाबी आसन तथा नैवेद्य खीर का और गुलाब का इत्र, कमल या गुलाब पुष्प से पूजन कर निम्न मंत्र का यथाशक्ति जप करें। इसके बाद सभी सामग्री यंत्र को छोड़कर पोटली बनाकर या गल्ले-तेजोरी में रख दें। मंत्र इस प्रकार है- ओम श्रीं श्रियै नम: ।। ओम कमल वासिन्यौ श्रीं श्रियै नम:।। ओम श्रीं ह्मीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद.प्रसीद श्रीं श्रियै नम: ।। इसके अलावा भविष्य पुराण में बताया गया है कि अक्षय तृतीया या आखातीज पर किए जाने वाले कर्म अक्षय हो जाते हैं। इतना ही नहीं वैशाख शुक्ल तृतीया को मनाए जाने वाले इस पर्व पर किए जाने वाले जप-तप, दान-पुण्य इत्यादि का फल अक्षय और अनंत होता है।