गोरखपुर
दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय की कुलपति से मिलना है तो अब आपको मोबाइल बाहर जमा करना होगा। मोबाइल लेकर कोई उनके कक्ष में प्रवेश नहीं कर पाएगा। शनिवार से यह व्यवस्था लागू हो गई। चर्चा है कि एक बड़े पुलिस अधिकारी का शनिवार को इस नए नियम से साबका भी पड़ गया।
डीडीयू प्रशासन का यह नया आदेश चर्चा में है। आदेश है कि अब कुलपति से मिलने से पहले पर्ची पर अपना परिचय और मिलने का उद्देश्य लिखकर देना होगा। पर्ची अंदर जाएगी, उसके बाद अनुमति मिलने पर कार्यालय में ही अपना मोबाइल जमा करना होगा, उसके बाद कुलपति के चेंबर में प्रवेश मिलेगा। बताते हैं कि राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के 18 सितंबर को आगमन के मद्देनजर एक बड़े पुलिस अधिकारी और थानेदार सुरक्षा की दृष्टि से कुलपति से मिलने गए थे।
चर्चा है कि उनसे भी मोबाइल जमा करने के लिए कर्मचारियों ने कह दिया। मोबाइल जमा करने की बात सुनकर वे हैरत में पड़ गए। आईपीएस अधिकारी ने अपना मोबाइल निकाला तो वहां मौजूद दरोगा ने आगे बढ़कर मोबाइल अपने पास रख लिया। हालांकि सम्बंधित पुलिस अधिकारी इस मामले को लेकर कुछ बोलने को तैयार नहीं हैं।
कुलपति बोलीं
डीडीयू की कुलपति प्रो.पूनम टंडन ने इस बारे में पूछे जाने पर कहा कि सुरक्षा और अनुशासन की दृष्टि से मोबाइल बाहर जमा कराया जा रहा है। यह कोई ईश्यू नहीं है, विशेष परिस्थितियों में मोबाइल अलाउ किया जा सकता है।