मधुबनी
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज मधुबनी के झंझारपुर में रैली को संबोधित करते हुए बिहार की महागठबंधन सरकार पर हमला बोला। उन्होने कहा कि हाल ही में नीतीश सरकार ने रक्षाबंधन की छुट्टी रद्द करने का फतवा जारी किया था। लेकिन आप लोगों के दबाव में आकर फैसला वापस लेना पड़ा। इसके लिए मैं आपका धन्यवाद करता हूं। शाह ने कहा कि साल 2014 के लोकसभा चुनाव में बिहार की 21 सीटों पर एनडीए जीता था, फिर साल 2019 के चुनाव में आपने ने 40 में 39 सीटों पर जीत दर्ज कराई। और अब 2024 लोकसभा चुनाव में 40 की 40 सीटों पर एनडीए की जीत दर्ज कराएंगे।
केंद्रीय गृहमंत्री शाह ने कहा कि तेल और पानी कभी एक नहीं हो सकते हैं। बिहार में ऐसा ही गठबंधन जदयू और आरजेडी का है। प्रधानमंत्री बनने के लिए नीतीश कुमार ने जो गठबंधन किया है। वो उन्हें भी डुबो देगा। क्योंकि तेल पानी को गंदा ही करेगा। वहीं विपक्षी गठबंधन का नाम इंडिया रखे जाने पर शाह ने कहा कि आखिर गठबंधन का नाम बदलने की जरूरत क्यों पड़ी, क्योंकि यूपीए के राज में 12 लाख करोड़ से ज्यादा के घोटाले हुए थे। बिहार के लिए कुछ नहीं किया। इसलिए इस बार गठबंधन का नाम इंडिया रख लिया। लेकिन आप पहचान पर ध्यान रखना। ये वहीं लोग है, जिन्होने करोड़ों के घोटाले किए। इंडिया गठबंधन के लोग ही रामचरितमानस का अपमान कर रहे हैं। शाह ने गठबंधन पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेसियों ने, गठबंधन वालों ने इतने सालों से राम मंदिर नहीं बनने दिया। अब जब अयोध्या में भव्य राम मंदिर बन रहा है, तो इनके पेट में दर्द हो रहा है।
शाह ने कहा कि बिहार में लालू-नीतीश की सरकार चल रही है, मैं बरीकी से अखबार पढ़ रहा हूं। हर रोज हत्या-लूट, अपहरण,पत्रकार-दलितों की हत्या के मामले बढ़ रहे हैं, बिहार में स्वार्थी गठबंधन बना है। जो बिहार को एक बार फिर से जंगलराज की दिशा में ले जाने वाला है। लालू एक्टिव हो गए हैं, वहीं नीतीश इनएक्टिव हो गए हैं। ऐसे में आप समझ सकते हैं। कि बिहार कैसा चल रहा है।
लालू यादव पर हमला बोलते हुए कहा कि रेल मंत्री रहते हुए उन्होने अरबों-खबरों का घोटाला किया, अब कोर्ट में केस चल रहा है। और नीतीश कुमार लालू के भ्रष्टाचार को नहीं देख पा रहे है। लेकिन याद रखना ये वहीं लालू यादव हैं जिन्होने बिहार को सालों पीछे धकेलना का काम किया। शाह ने कहा कि बिहार में जो महागठबंधन है, वो ठगबंधन है। लालू यादव अरपने बेटे को मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं। नीतीश हर बार की तरह प्रधानमंत्री बनना चाहते हैं। लेकिन नीतीश जी पीएम का पद खाली नहीं है। मोदी जी फिर से वहां आने वाले हैं।