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एमसीयू के दीक्षांत समारोह में बोले उपराष्ट्रपति- पत्रकार का काम एजेंडा सेट करना नहीं, ड्रेस कोड देखकर अभिभूत हुए उपराष्ट्रपति

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भोपाल

 "देश के विकास को राजनीति के चश्मे से नहीं देखना चाहिए, विकास की चर्चा का ये मतलब नहीं है कि किसी राजनीतिक दल की तारीफ करना है. विकास तो देश का हो रहा है और उसका लाभ सभी को मिलेगा और प्रेस का काम है इस सकारात्मकता को दिखाना. प्रेस की स्वतंत्रता तभी हो सकती है जब वो सकारात्कमक हो, पत्रकारों को ये देखने जाना चाहिए. पत्रकार का काम किसी राजनीतिक दल का हितकारी होना नहीं होता, उसका काम कोई एजेंडा सेट करना नहीं होता." यह बात शुक्रवार को आयोजित (माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विवि) एमसीयू के दीक्षांत समारोह में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कही.

मध्यप्रदेश कर रहा तरक्की: उपराष्ट्रपति ने कहा कि "आपके एमपी ने कई तमगे हासिल किए और कृषि क्षेत्र में कमाल का काम किया है, आपके प्रदेश में बहुत बदलावा आया है लेकिन पत्रकारों ने वो क्यों नहीं दिखाया? आपके यहां सिंचाई में छह गुना वृद्धि हुई, इस विकास और बदलाव के कारण प्रदेश में सामाजिक, आर्थिक और बच्चों पर बड़ा असर हुआ है. बिजली में छह गुना बढ़ोतरी हुई है और मैं इन आंकड़ों पर विश्वास नहीं करता, अगर पत्रकार थोड़ा सा प्रयास करें तो निश्चित ही आम आदमी को समझ आएगा कि उसका प्रदेश कितनी तरक्की कर रहा है." कार्यक्रम में उप राष्ट्रपति के अलावा जनसंपर्क मंत्री राजेंद्र शुक्ल और भोपाल सांसद प्रज्ञा ठाकुर भी शामिल हुई.

उपराष्ट्रपति ने ड्रेस कोड की सराहना की

उपराष्ट्रपति ने अपने संबोधन में कहा कि इस विश्वविद्यालय के चौथे दीक्षा समारोह के अवसर मुझे यह देखकर बहुत अच्छा लग रहा है कि दीक्षा समारोह में तीनों मेडल बालिकाओं ने हासिल किए हैं। जो मैंने दुनिया और देश में नहीं देखा, उसे देखकर अभिभूत हूं। यहां विद्यार्थियों के पारंपरिक विधान अंग वस्त्र देख मुझे बहुत खुशी हो रही है। मुझे उत्तर, दक्षिण, पूरब, पश्चिम चारों दिशाओं की झलक यहां दिख रही है। आपके इस ड्रेस कोड को सदा याद रखूंगा।

उपराष्ट्रपति ने कहा कि पत्रकारिता समाज सेवा है व्यवसाय नहीं है। सकारात्मक समाचारों को महत्व देना जरूरी है। इस पर सभी को सोचना जरूरी है।

पांच साल की डिग्री एक साथ बांटी: एमसीयू में जून 2018 से 2022 तक दीक्षांत समारोह आयोजित नहीं किया जा सका, पहले सरकार बदलने के कारण और फिर कोविड के चलते यह समारोह स्थगित हुआ. फिर तय हुआ कि नए परिसर में इसे आयोजित किया जाएगा, यह जानकारी कुलपति डॉ .केजी सुरेश ने दी। उन्होंने बताया कि इसीलिए "विवि का चतुर्थ दीक्षांत समारोह में जून 2018 से दिसंबर 2022 के पास आउट स्टूडेंट को डिग्रियां प्रदान की जा रही हैं. जब से विवि प्रारंभ हुआ, तब से पहली बार अपने स्वयं के परिसर में आयोजित हुआ है. बिशनखेड़ी स्थित माखनपुरम परिसर के जिस सभागार में कार्यक्रम हुआ, उसका नाम आजादी में पत्रकार के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले गणेश शंकर विद्यार्थी नाम दिया गया है.

विद्यार्थियों ने ली शपथ

कार्यक्रम में विद्यार्थियों को दीक्षा दी गई। इसमें विद्यार्थियों को शपथ दिलाई गई कि आपको गौरव मिले, जिनसे आपकी विश्वविद्यालय की प्रतिष्ठा बढ़े और समस्त मानवता का कल्याण हो। देश के प्रति आपका नैतिक दायित्व है। राष्ट्र के सुख दुख को अपना सुख-दुख समझें अपने चरित्र और बुद्धि के विकास से राष्ट्र को समृद्ध और सुखी बनाएं कि आपकी शिक्षा आपको तेज प्रदान करें और शुभ प्रेरणाय जीवन के विकट संघर्षों में भी आपकी मानवता और विश्वास अटल रहे।

 

कार्यक्रम के दौरान एमसीयू के नवीन परिसर के लोकार्पण किया जाएगा। कार्यक्रम में कुलपति केजी सुरेश, रजिस्ट्रार अविनाश वाजपेयी सहित प्रोफेसर, अधिकारी व कर्मचारियों के साथ बड़ी संख्या में विद्यार्थी शामिल हुए हैं। दीक्षांत समारोह में जून 2018 से दिसंबर-जनवरी 2023 तक पास हुए मास्टर्स के 450 से अधिक विद्यार्थियों के लिए डिग्री दी जाएगी।