कीव
रूस और यूक्रेन के बीच पिछले करीब डेढ़ साल से जारी भीषण युद्ध में अब एक नया मोड़ आ गया है। यूक्रेन ने दावा किया है कि उसने रूस के ब्रह्मास्त्र कहे जाने वाले एस-400 डिफेंस सिस्टम को क्रीमिया में तबाह कर दिया है। यूक्रेन ने कहा कि उसने येवपतोरिया के पास इस रूसी डिफेंस सिस्टम को तबाह किया। यूक्रेन ने कहा कि उसने ड्रोन और मिसाइलों के सही तालमेल से गुरुवार सुबह को रूसी सिस्टम को नष्ट कर दिया। यूक्रेन ने बताया कि ऐसा पहली बार है जब रूस के एयर डिफेंस सिस्टम को बर्बाद करने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया गया है। यूक्रेन का यह दावा अगर सही है कि तो यह रूसी राष्ट्रपति पुतिन के लिए दोहरा झटका है।
सूत्रों के मुताबिक यूक्रेन ने ड्रोन की मदद से रूसी सिस्टम को उलझा दिया और फिर मिसाइल से उसे बर्बाद कर दिया। उन्होंने बताया कि यूक्रेन की नौसेना ने सतह से सतह तक मार करने वाली दो नेप्चून मिसाइलें दागी थीं। यूक्रेन की यह मिसाइल वैसे एंटी शिप है लेकिन उसमें बदलाव करके अब जमीनी हमले भी यूक्रेनी सेना कर रही है। सोशल मीडिया में जारी वीडियो में येवपतोरिया के पास जोरदार धमाका सुनाई दिया है। क्रीमिया के लिए यूक्रेन के सरकारी टीवी चैनल ने टेलिग्राम पर बताया कि येवपतोरिया के लोगों को यह पता ही चल पाया कि वहां हो क्या रहा है।
पुतिन को दोहरा झटका, भारत ने भी खरीदा है एस 400
यूक्रेनी मीडिया ने बताया कि रूस ने भी येवपतोरिया के लोगों को घटना के बारे में नहीं बताया। पूरे शहर में एंबुलेंस और पुलिस की गाड़ियां दौड़ रही हैं। इस बीच रूस ने दावा किया कि उसके एयर डिफेंस सिस्टम ने क्रीमिया में यूक्रेन के 11 ड्रोन विमानों को मार गिराया है। अमेरिकी न्यूज वेबसाइट ड्राइव की रिपोर्ट के मुताबिक एस 400 के नष्ट हो जाने की वजह से अब क्रीमिया पर ड्रोन और मिसाइलों से हमला करना यूक्रेन के लिए बहुत आसान हो गया है। इस हमले से एक दिन पहले ही यूक्रेन ने रूस को बड़ा नुकसान पहुंचाया था।
यूक्रेन ने क्रूज मिसाइलों और ड्रोन विमानों की मदद से रूसी नौसेना की एक किलो क्लास की सबमरीन और एक जहाज को भारी नुकसान पहुंचाया है। यूक्रेन ने यह हमला सेवस्तोपोल में किया गया। यही नहीं यूक्रेन ने ब्लैक सी में एक और रूसी युद्धपोत पर जोरदार हमला किया। हालांकि उसे कितना नुकसान पहुंचा इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है। इस बीच रूस के रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि उसने यूक्रेन के एक ड्रोन बोट को तबाह कर दिया है। रूस का एस 400 सिस्टम अगर तबाह होता है तो यह पुतिन के लिए न केवल सुरक्षा के लिहाज से बल्कि पैसे के लिहाज से बड़ा झटका है। रूस ने चीन, भारत और तुर्की को यह सिस्टम बेचा है। उसकी आगे दुनिया के अन्य देशों को भी बेचने की योजना थी। इस असफलता से उसके खरीदारों की संख्या कम हो सकती है।