पेरिस
ऐपल आईफोन का क्रेज सारी दुनिया में देखने को मिलता है और हाल ही में कंपनी ने लेटेस्ट iPhone 15 सीरीज लॉन्च की है। हालांकि इस बीच फ्रांस ने टेक कंपनी को बड़ा झटका देते हुए iPhone 12 सीरीज की बिक्री पर रोक लगा दी है। फ्रांस की एजेंसी ऑफ नेशनल फ्रीक्वेंसीज (ANFR) ने पुराने आईफोन मॉडल्स से निकलने वाले रेडिएशन का स्तर खतरनाक मानते हुए इसके सभी मॉडल्स की बिक्री तुरंत रोकने का फैसला किया है। इस फैसले से आईफोन के सुरक्षित होने को लेकर सवाल उठने लगे हैं।
फ्रांस की रेग्युलेटरी बॉडी ने कहा है कि iPhone 12 मॉडल्स का 'स्पेसिफिक एब्जॉर्ब्शन रेट' (SAR) यूरोपियन यूनियन (EU) की ओर से तय की गई लीगल लिमिट से ज्यादा है, जिसके चलते इसकी बिक्री रोकने से जुड़ा कदम उठाया गया है। बता दें SAR वैल्यू फोन से निकलने वाली उन इलेक्ट्रोमैग्नेटिक वेव्स की मात्रा होती है, जो इंसानी शरीर तक पहुंचती हैं। ANFR की मानें तो iPhone 12 सीरीज का SAR रेट 5mm की दूरी पर 5.74 वाट्स प्रति किलोग्राम है, जबकि EU ने इसके लिए 4.0 वाट्स प्रति किलोग्राम की लिमिट तय की है।
ऐपल ने सभी आरोपों को सिरे से नकारा
कैलिफोर्निया की टेक कंपनी ऐपल ने फ्रांस के इस कदम के तुरंत बाद प्रतिक्रिया दी और रेडिएशन से जुड़े आरोपों को सिरे से नकार दिया है। कंपनी ने कहा है कि इसके डिवाइसेज को कई इंटरनेशनल बॉडीज से सर्टिफिकेशंस मिले हैं और ये ग्लोबल रेडिएशन नॉर्म्स का पालन करते हैं। ऐपल ने यह भी कहा कि उसने ANFR के साथ रेडिएशन से जुड़ीं टेस्ट रिपोर्ट्स शेयर कर दी हैं, जिससे यह बात साबित हो सके कि iPhone 12 का रेडिएशन खतरनाक नहीं है।
रेडिएशन को लेकर कड़ा है EU का रवैया
महत्वपूर्ण बात यह है कि ग्लोबल रेडिएशन स्टैंडर्ड्स और यूरोपियन यूनियन यूनियन की ओर से तय की गई रेडिएशन लिमिट में अंतर है। दरअसल, EU की ओर से तय की गई लिमिट दुनिया के अन्य देशों और हिस्सों के मुकाबले कम है और रेडिएशन को लेकर इसका रवैया कड़ा है। फ्रांस के इस फैसले के बाद अन्य मार्केट्स में भी इस बात को लेकर सवाल उठ रहे हैं कि रेडिएशन से जुड़े ग्लोबल बेंचमार्क वाकई काफी हैं या नहीं। कई एक्सपर्ट्स का कहना है कि EU रेडिएशन को लेकर कुछ ज्यादा ही चिंतित है, जिसकी जरूरत नहीं है।