भोपाल
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु द्वारा डिंडोरी जिले की उन्नत कृषक श्रीमती लहरी बाई को सम्मानित होने पर बधाई और शुभकामनाएँ दी हैं। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा है कि श्रीमती लहरी बाई को मिला सम्मान, मध्यप्रदेश का सम्मान है। श्रीअन्न (मिलेट) के संरक्षण एवं संवर्धन में आपके द्वारा किए गए कार्य सभी के लिए प्रेरणास्रोत हैं।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि हमारा प्रयास है कि हम "श्रीअन्न" के क्षेत्र में मध्यप्रदेश की न सिर्फ देश, बल्कि विश्व में एक विशेष पहचान स्थापित करें। प्रदेश में मोटे अनाज का जितना अधिक उत्पादन होगा, हमारे जनजातीय वर्ग के किसान भाई-बहन भी उतने ही अधिक आर्थिक रूप से सशक्त होंगे। अच्छे स्वास्थ्य के लिए भी मोटा अनाज लाभकारी है, इसलिए यह आवश्यक है कि अधिकाधिक लोग "श्रीअन्न को अपनाएं और जीवन को स्वस्थ बनाएं।"
उल्लेखनीय है कि राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने मंगलवार, 12 सितम्बर को नई दिल्ली में डिंडोरी की कृषक श्रीमती लहरी बाई को आज श्रीअन्न की प्रजातियों के संरक्षण और संवर्धन के लिए वर्ष 2021-22 का 'पादप जीनोम संरक्षक किसान सम्मान' प्रदान किया। श्रीमती लहरी बाई को कृषक अधिकार वैश्विक संगोष्ठी के अलंकरण समारोह में सम्मान स्वरूप डेढ़ लाख रुपये की सम्मान राशि, प्रशस्ति पत्र और स्मृति चिन्ह प्रदान किया गया।
श्रीमती लहरी बाई डिंडोरी जिले की बजाग तहसील की निवासी हैं। इन्होंने बैगा समुदाय की सहायता से कोदो, कुटकी, सांवा, काग, सिकिया, मडुआ जैसे दुर्लभ श्रीअन्न प्रजातियों का सीड बैंक विकसित किया है। दिल्ली में 12 सितम्बर से प्रारंभ हुई चार दिवसीय वैश्विक संगोष्ठी में प्रदर्शनी में श्रीमती लहरी बाई ने अपने सीड बैंक को प्रदर्शितकिया है।