रामपुर
सपा के राष्ट्रीय महासचिव एवं मोहम्मद अली जौहर ट्रस्ट के संस्थापक एवं आजीवन अध्यक्ष मोहम्मद आजम खान के घर पर आयकर की कार्रवाई गुरुवार को भी जारी है। 26 घंटे से आईटी टीम डटी है। बताया जा रहा है कि टीम जिस इनपुट के साथ रामपुर आई है और छापेमारी कर रही है, अभी उसे अपने मकसद में कामयाबी नहीं मिली है। लिहाजा, बुधवार की सुबह से शुरू हुई कार्रवाई रात तक जारी रही। बताया जा रहा है कि यह कार्रवाई जरूरत हुई तो शुक्रवार को भी जारी रह सकती है। वहीं इस दौरान खराब स्वास्थ्य के कारण आजम अपने बेड पर लेटे रहे। उन्होंने कार्रवाई में किसी तरह का दखल नहीं दिया। जौहर ट्रस्ट पर कर चोरी का आरोप है।
मालूम हो कि करीब छह माह पूर्व आयकर विभाग ने पूर्व मंत्री आजम खान उनकी पत्नी तजीन फातिमा और बेटे अब्दुल्ला आजम के आयकर हलफनामे की फिर से जांच शुरू की थी। दरअसल, आजम खां और उनके बेटे अब्दुल्ला आजम द्वारा विधानसभा चुनाव के दौरान दाखिल किए गए आयकर हलफनामे में कई गड़बड़ियां मिली थी। वहीं, तजीन फातिमा के बैंक खातों में भी गड़बड़ियां जांच में सामने आई थीं। इन खातों में संदिग्ध लेन-देन का पता चला था। साथ ही जौहर ट्रस्ट से हुए तमाम लेनदेन संदेह के घेरे में थे। इन्हीं गड़बड़ियों के मिलान के लिए बुधवार की सुबह करीब साढ़े छह बजे आयकर के अधिकारी रामपुर पहुंचे।
उन्होंने यहां जेल रोड स्थित पंजाब नेशनल बैंक के मैनेजर सतीश कुमार को गवाह के रूप में लिया और फिर छापेमारी शुरू कर दी। एक टीम आजम खां के घर पहुंची तो दूसरी टीमें सपा विधायक नसीर खां और डीसीबी के पूर्व चेयरमैन सलीम कासिम के घर जा पहुंची। टीम ने जौहर विश्वविद्यालय पहुंचकर भी जांच की। वहीं हमसफर रिसॉर्ट में भी छापेमारी की गई। एक अन्य टीम राधा रोड स्थित आजम खां के बेटे अदीब के टायर शोरूम पर भी जांच को पहुंची। साथ ही आजम के करीबी रहे आरके जैन के यहां छापामारी की गई। दोपहर बाद एक टीम नसीर खां के बैजना गांव स्थित फार्म पर भी गई।
वहीं, आजम के करीबी रहे शाहजेब खां के यहां भी छापामारी की गई है। शाहजेब विस चुनाव में भाजपा में शामिल हो गए थे। इस दौरान जहां-जहां आयकर की रेड पड़ी वहां फोर्स का घेरा रहा, किसी को भी अंदर से बाहर और बाहर से अंदर जाने की अनुमति नहीं थी। सुबह करीब आठ बजे से शुरू हुई आयकर की रेड देर रात तक जारी रही। इस दौरान लखनऊ से गोल्ड वैल्युअर कन्हैया लाल को भी टीम के साथ रखा गया। हालांकि, इस बीच आयकर अधिकारी मीडिया में कुछ भी बोलने से बचते रहे।