नई दिल्ली
सनातन धर्म पर तमिलनाडु सीएम के बेटे उदयनिधि स्टालिन के बयान पर बवाल थमा नहीं है। इस बीच डीएमके के ही एक और नेता ए. राजा लगातार इस मामले में बवाल बढ़ाते दिख रहे हैं। सनातन धर्म की एड्स और कुष्ठ रोग से तुलना करने वाले ए. राजा ने अब एक टीवी डिबेट में कहा है कि सनातन धर्म सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया के लिए खतरा है। ए. राजा ने कहा, 'जाति नाम की वैश्विक बीमारी जो पूरी दुनिया में फैली है, उसकी वजह भारत ही है। इससे लोगों को जाति के नाम पर और उनकी अमीरी-गरीबी के नाम पर बांटा गया। जाति को सामाजिक भेदभाव के लिए इस्तेमाल नहीं किया जा सकता।'
ए. राजा ने कहा कि दुनिया के दूसरे देशों में भी जाकर जो भारतीय बसे हैं, वे वहां भी हिंदू धर्म के नाम पर जाति का प्रचार करते हैं। इस बीच भाजपा ने फिर से ए. राजा के बयान को लेकर डीएमके पर हमला बोला है। तमिलनाडु भाजपा के अध्यक्ष के. अन्नामलाई ने कहा, 'जाति के आधार पर विभाजन की बड़ी वजह डीएमके है। उसने तमिलनाडु में नफरत फैलाई है। लेकिन इस नफरत को ए. राजा सनातन धर्म की देन बताते हैं।' यह पूरा विवाद तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि के बयान से शुरू हुआ था।
उदयनिधि ने कहा था कि सनातन धर्म तो डेंगू, मलेरिया और कोरोना जैसा है। इसको खत्म कर देना चाहिए। उनके इस बयान पर खूब बवाल हुआ था और भाजपा ने इसे INDIA गठबंधन से जोड़ते हुए कांग्रेस पर भी हमला बोला था। इससे कांग्रेस ने तो दूरी भी बना ली। लेकिन ए. राजा ने यह कहते हुए फिर से विवाद बढ़ा दिया था कि उदयनिधि ने तो नरमी दिखाई थी। मैं तो कहता हूं कि सनातन की तुलना एचआईवी और कुष्ठ रोग से करनी चाहिए। इसके बाद उनका फिर से यह विवादित बयान आया है।
नेता फैला रहे आग और एमके स्टालिन बुझाने में जुटे
एक तरफ डीएमके नेताओं के बयान पर बवाल मचा है तो वहीं पार्टी मुखिया एमके स्टालिन आग बुझाने में जुटे हैं। उन्होंने कहा था कि हमने तो 1000 मंदिरों में अभिषेक कराया था, लेकिन वह खबर नहीं चलाई गई। उन्होंने कहा कि उदयनिधि के बयान को गलत ढंग से पेश किया गया था। उनका इरादा किसी धर्म के अपमान का नहीं था।