नई दिल्ली
आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और टीडीपी नेता चंद्रबाबू नायडू करोड़ों रुपये के कौशल विकास निगम के कथित घोटाले से संबंधित मामले में जेल में बंद हैं। वह फिलहाल 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में राजामहेंद्रवरम केंद्रीय कारागार में बंद हैं। नायडू पिछले कुछ महीनों से बीजेपी खेमे में वापसी की लगातार कोशिश कर रहे थे। वह केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से भी मुलाकात कर चुके थे लेकिन इससे पहले कि वह अपने मंसूबों में कामयाब हों, राज्य की जगनमोहन रड्डी की सरकार ने नायडू पर शिकंजा कस दिया।
इस बीच, विपक्षी गठबंधन INDIA के घटक दलों के तीन बड़े नेता चंद्रबाबू नायडू के समर्थन में उतर आए हैं। उन्होंने YSRCP सरकार द्वारा नायडू की गिरफ्तारी को 'भाजपा के दोस्तों' का 'अवैध' कृत्य करार दिया है और टीडीपी नेता के साथ अपनी एकजुटता और हमदर्दी व्यक्त की है। INDIA गठबंधन के नेताओं का नायडू को यह समर्थन ऐसे वक्त में आया है, जब टीडीपी को लग रहा है कि पिछले दो वर्षों में बीजेपी के प्रति गर्मजोशी दिखाने के उनकी कोशिशों के बावजूद बीजेपी ने अपने कट्टर प्रतिद्वंद्वी जगनमोहन रेड्डी को तरजीह दी है।
ममता ने किया नायडू का बचाव
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी, यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा प्रमुख अखिलेश यादव और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेन्स के नेता फारूक अब्दुल्ला ने भी चंद्रबाबू नायडू की गिरफ्तारी की निंदा की है। पश्चिम बंगाल में निवेश पहल के सिलसिले में विदेश यात्रा पर जाने से पहले ममता बनर्जी ने कोलकाता में कहा, "अगर कोई मुद्दा है तो आपको बात करनी चाहिए और जांच करनी चाहिए। बदले की भावना से किसी के साथ कुछ नहीं किया जाना चाहिए।"
YSRCP भाजपा की 'अवसरवादी मित्र'
दूसरी तरफ, अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि YSRCP भाजपा की 'अवसरवादी मित्र' है और उसके मुख्यमंत्री को'निरंकुश शासक' बताया। यादव ने कहा, "विपक्षी दल के नेताओं की गिरफ्तारी निरंकुश शासकों की नीति है… भाजपा और उनके अवसरवादी मित्रों को याद रखना चाहिए कि राजनीतिक व्यवहार में इस तरह का विचलन कल उनके लिए महंगा साबित हो सकता है।" उन्होंने कहा कि नायडू की गिरफ्तारी और उसके बाद के घटनाक्रम के बारे में जानकारी लेने के लिए उन्होंने टीडीपी नेता यानमाला रामकृष्णुडु से फोन पर बात की है।
भूल कर रहे हैं जगनमोहन रेड्डी
नेशनल कॉन्फ्रेंस के फारूक अब्दुल्ला ने भी नायडू की गिरफ्तारी की आलोचना करते हुए कहा, "आंध्र प्रदेश में चंद्रबाबू नायडू को गिरफ्तार कर लिया गया है। मुझे लगता है कि यह बहुत गलत कदम है। एक नेता चुनाव से पहले अपने लोगों को मजबूत करने की कोशिश कर रहा है। उन्हें लगता है कि वे उसे बंद कर रहे हैं, इससे वह कमजोर हो जाएगा। मैं उन्हें बताना चाहूंगा कि उसे बंद करने से उसे और फायदा ही होगा।"
आंध्र प्रदेश सरकार को केंद्र ने दिए ₹10,460 करोड़
INDIA धड़े में शामिल तृणमूल कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने ET से कहा कि विपक्षी गठबंधन के नेता टीडीपी के संपर्क में बने हुए हैं। उन्हें उम्मीद है कि 2024 के चुनाव से पहले नायडू उनके गठबंधन में शामिल हो सकते हैं क्योंकि एनीए में शामिल होने के मुद्दे पर बीजेपी ने अभी तक कोई ठोस आश्वासन नहीं दिया है। दूसरी तरफ नायडू के घोर विरोधी जगनमोहन रेड्डी की बीजेपी ने बड़ी मदद की है। उन्होंने कहा कि जगनमोहन रेड्डी की YSRCP विपक्षी खेमे में शामिल नहीं होगी क्योंकि भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने मई में ही आंध्र प्रदेश सरकार को ₹10,460 करोड़ दिए हैं।
बीजेपी को भी जगनमोहन रेड्डी का संदेश
बता दें कि टीडीपी 2018 में भी इसी तरह की मदद की उम्मीद केंद्र सरकार से कर रही थी लेकिन जब मोदी सरकार ने ऐसा नहीं किया तो नाडयू ने एनडीए छोड़ दिया था। अब जब संकट आया तो बीजेपी की आंध्र इकाई प्रमुख पुरंदेश्वरी, जो उनकी साली हैं, को छोड़कर पार्टी के किसी अन्य प्रमुख नेता ने नायडू की गिरफ्तारी की निंदा नहीं की है। यहां यह बात भी गौर करने वाली है कि जगनमोहन रेड्डी ने भ्रष्टाचार के मुद्दे पर नायडू को जेल भेजकर एक तीर से दो निशाने साधे हैं। पहले तो उन्होंने राजनीतिक विरोधी को चारो खाने चित्त कर दिया है, दूसरी तरफ बीजेपी को भी ताकीद कर दिया है। अब बीजेपी भ्रष्टाचार के आरोपी नायडू से दूरी बनाए रख सकती है।