जी-20 सम्मेलन का समापन हो चुका है पर इस पर राजनीति जारी है। भाजपा सांसद सुशील कुमार मोदी ने बिहार सीएम नीतीश कुमार की पार्टी जदयू पर तंज कसा है। उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी से नीतीश कुमार की मुलाकात पर राजनैतिक हलके में उठ रहे विवादों पर स्थिति साफ किया है। सुमो ने कहा है कि जी-20 सम्मेलन के अवसर पर आयोजित राष्ट्रपति के रात्रिभोज में सीएम नीतीश कुमार के शामिल होने और पीएम मोदी से उनकी भेंट का चुनावी राजनीति से कोई वास्ता नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री और नीतीश कुमार के बीच कोई सियासी बात नहीं हुई।
अपने बयान में सुशील मोदी ने कहा कि रात्रिभोज में तो मुख्यमंत्री के नाते ममता बनर्जी, अरविंद केजरीवाल और सुक्खू भी पहुंचे थे। उन्होंने दावा किया कि बीजेपी अब जदयू से कोई समझौता नहीं करेगी। हकीकत यह है कि अब भाजपा को जदयू की कोई जरूरत नहीं है। नीतीश कुमार चाहें तब भी ऐसा नहीं होगा।
उन्होंने दावा किया कि 2022 में हुए बिहार के तीन उपचुनावों ने साबित कर दिया कि जदयू अपना जनाधार और वोट ट्रांसफर कराने की क्षमता खो चुका है। जदयू किसी गठबंधन के लिए बोझ है। रात्रिभोज में नीतीश कुमार के शामिल होने का बिहार में मनमाना राजनीतिक अर्थ निकाला जा रहा है, ताकि कांग्रेस और राजद पर दबाव बनाया जा सके। समय से पहले संसदीय चुनाव का शिगूफा भी इस हथकंडे का हिस्सा है। भाजपा ने जदयू के लिए दरवाजे बंद कर गुंजाइश खत्म कर दी है।
सुशील मोदी ने कहा कि जदयू के लोगों का यह प्रचार मजाक बन गया है कि अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन नीतीश कुमार को खोज रहे थे। यह तो संघात्मक लोकतंत्र के प्रति पीएम नरेंद्र मोदी की आस्था और सदाशयता थी कि सभी मुख्यमंत्रियों को रात्रिभोज में बुलाया गया और उनमें से कुछ को बाइडन से मिलवाया गया। सीएम नीतीश कुमार उनमें से एक हैं। इस प्रकरण का राजनीति से कुछ लेना देना नहीं है। बता दें कि जी20 सम्मेलन के अवसर पर राष्ट्रपति की ओर से सभी मेहमानों को भोज दिया गया था जिसमें नीतीश कुमार समेत सभी मुख्यमंत्रियों को न्योता दिया गया था।