लखनऊ
पिछले 2 दिनों से देश के कई राज्यों में लगातार हो रही बारिश की वजह से लोगों पर आफत टूट पड़ी है। उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं जबकि दिल्ली-एनसीआर के कई इलाकों में जलभराव देखा गया। उत्तर प्रदेश में बारिश से जुड़ी घटनाओं में 27 लोगों और 140 भेड़ों की मौत होने की सूचना है। बारिश के कारण उत्तराखंड में भी भूस्खलन हुआ है। मौसम विभाग (IMD) ने कई राज्यों के लिए अगले कुछ दिनों में और भारी बारिश की भविष्यवाणी की है।
लगातार हो रही बारिश के बाद करीब 56,000 लोग हुए बाढ़ से प्रभावित
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, उत्तर प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में पिछले 36 घंटों से लगातार हो रही बारिश के बाद करीब 56,000 लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। हालांकि, राहत आयुक्त कार्यालय की परियोजना निदेशक अदिति उमराव ने कहा कि आपातकालीन बचाव कार्यों की आवश्यकता अभी तक उत्पन्न नहीं हुई है। राज्य भर में सिर्फ एक दिन की बारिश के बाद 10 जिलों की कुल 19 तहसीलें, जिनमें लगभग 173 गांव शामिल हैं, बाढ़ से जूझ रही हैं, जिससे 55,982 लोग प्रभावित हुए हैं। राहत आयुक्त के कार्यालय ने पुष्टि की कि विभाग सभी राहत उपायों के साथ पूरी तरह से तैयार है और जरूरत पड़ने पर तैनाती के लिए तैयार है।
उमराव ने आगे कहा कि स्थिति उस बिंदु तक नहीं पहुंची है जहां हमें बाढ़ से प्रेरित विस्थापन के कारण लोगों को स्थानांतरित करना पड़ा है।हालाँकि, हमने उन स्थानों की पहचान की है जहाँ हम आश्रय दे सकते हैं, और ये आश्रय सुविधाएँ पूरी तरह से चालू हैं। हमें अभी तक उनका उपयोग नहीं करना पड़ा है। उमराव ने कहा कि राज्य ने कुल 23 बाढ़ आश्रय स्थल स्थापित किए हैं। राज्य आपदा प्रतिक्रिया कोष (एसडीआरएफ) की टीमों को विशिष्ट क्षेत्रों में तैनात किया गया है और आपातकालीन या बचाव अभियान आवश्यक होने की स्थिति में वे हाई अलर्ट पर हैं।