असम
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और उनके परिवार के सदस्यों की ओर से 'गांधी' सरनेम का इस्तेमाल करने पर सवाल उठाया। उन्होंने इन लोगों को 'सरदार ऑफ डुप्लिकेट्स' करार दिया। सरमा ने विपक्षी गठबंधन के नाम के रूप में 'इंडिया' शब्द का उपयोग करने के लिए भी कांग्रेस की आलोचना की। उन्होंने दावा किया कि सबसे पुरानी पार्टी अपनी राजनीतिक सुविधा के अनुसार 'इंडिया' और भारत का इस्तेमाल करती है। कांग्रेस ने सरमा पर पलटवार करते हुए सवाल किया कि किसी का उपनाम असम के लिए चिंता का कारण कैसे हो सकता है, जबकि राज्य अधिक गंभीर समस्याओं का सामना कर रहा है। कांग्रेस ने कहा कि मुख्यमंत्री को पहले इन्हें हल करने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
सीएम सरमा ने भाजपा महिला मोर्चा की दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी के अंतिम दिन कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा, 'मैंने उनसे (गांधी परिवार से) कहा है कि आप 'सरदार ऑफ डुप्लिकेट्स' हैं। महात्मा गांधी जी ने हमें आजादी दिलाई और उन्होंने सरनेम छीन लिया। ये सभी नकली गांधी हैं।' उन्होंने कहा कि मैंने लंबे समय तक शोध किया कि इंदिरा, राहुल, राजीव और प्रियंका किस 'फॉर्मूले' से गांधी बने, लेकिन मुझे इस बारे में कुछ नहीं मिला। उन्होंने कहा कि अगर कोई डाकू गांधी उपनाम का इस्तेमाल करता है तो इससे वह साधु नहीं हो जाएगा।
सरमा बोले- कांग्रेस ने देश के लिए कुछ नहीं किया
2015 में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने वाले सरमा ने कहा, 'राहुल गांधी जी से मेरा विनम्र अनुरोध है कि कृपया अपना नकली सरनेम हटा दें, क्योंकि यह असली नहीं है।' सरमा ने कांग्रेस पर सत्ता में रहने के दौरान देश के लिए कुछ नहीं करने का आरोप लगाया। उन्होंने दावा किया कि नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद ही लोगों में देशभक्ति की गहरी भावना पैदा हो रही है। भाजपा नेता ने आरोप लगाया, 'आप (कांग्रेस) ने 'इंडिया' का नाम लेकर बहुत बड़ा पाप किया है क्योंकि आपने भारत का गौरव बढ़ाने के लिए कभी कुछ नहीं किया। आपने केवल अपने परिवार का दबदबा बढ़ाने के लिए काम किया। आपको खुद को 'इंडिया' या भारत कहने का अधिकार नहीं है।'
कांग्रेस बोली- राज्य की समस्याओं पर ध्यान दें सरमा
सरमा की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कांग्रेस के प्रवक्ता अपूर्व भट्टाचार्य ने कहा, 'एक मुख्यमंत्री के लिए ऐसे शब्द अशोभनीय हैं। वह कौन होते हैं इस पर टिप्पणी करने वाले कि राहुल जी गांधी सरनेम के लायक हैं या नहीं? क्या यह किसी भी तरह से राज्य की समस्याओं से संबंधित है? किसी का उपनाम राज्य के लिए समस्या कैसे हो सकता है?' उन्होंने कहा कि राज्य के सामने कई समस्याएं हैं और मुख्यमंत्री को उन पर ध्यान देना चाहिए।