अलवर
अलवर आबकारी थाना पुलिस ने आबकारी विभाग के डीएसपी कुलभूषण मिश्रा के नेतृत्व में घाटला की पहाड़ी में अवैध रूप से संचालित हो रही शराब फैक्ट्री का भंडाफोड़ कर भारी मात्रा में स्प्रिट से भरे हुए ड्रम और कच्चा माल बरामद किया है। यह शराब चुनाव के मद्देनजर बनाई जा रही थी।
यह बात भी सामने आई है कि यह शराब ठेके पर भी बिक्री के लिए जाती है, जो पूरी तरह गैरकानूनी है। जब आबकारी टीम कार्रवाई के लिए जा रही थी तब फैक्ट्री की लेबर ने विरोध भी किया। ट्रैक्टर लगाकर रास्ता रोक दिया, जिससे लेबर और अवैध शराब फैक्टी मालिक भागने में सफल हो गए। आबकारी पुलिस ने इस मामले में दो जनों को चिह्नित किया है, जिनकी गिरफ्तारी के प्रयास किया जा रहे हैं, जिसमें एक पूर्व सरपंच बताया जा रहा है, जिसकी ये फैक्ट्री है।
आबकारी पुलिस ने मौके से भारी मात्रा में शराब बनाने के काम में ली जा रही स्प्रिट, शराब की खाली बोतलें, पव्वे के भारी मात्रा में ढक्कन सहित करीब छह मशीन मौके से जब्त की हैं। यह शराब अंग्रेजी और देसी शराब के ब्रांड से बनाई जा रही थी, लेकिन पुलिस को देख शराब फैक्ट्री में कार्य करने वाले आरोपी मौके से फरार हो गए। यह कार्रवाई आबकारी थाना पुलिस ने सुबह चार बजे शुरू की ओर करीब चार से पांच घंटे तक चलती रही।
आबकारी पुलिस ने भारी पुलिस जाप्ते के साथ अवैध रूप से संचालित शराब फैक्ट्री पर दबिस दी थी। आबकारी डीएसपी कुलभूषण मिश्रा ने बताया कि काफी दिनों से मुखबिर की सूचना मिल रही थी कि घाटला की पहाड़ी पर अवैध रूप से शराब की फैक्ट्री संचालित हो रही है। जहां भारी मात्रा में शराब बनाई जा रही है। इस पर आबकारी थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर फैक्ट्री को चिह्नित किया और सुबह चार बजे आबकारी डीएसपी कुलभूषण मिश्रा के नेतृत्व में जिले की आबकारी पुलिस ने मौके पर पहुंचकर फैक्ट्री पर दबिश दी, लेकिन पुलिस को देख मौके से आरोपी फैक्ट्री छोड़कर फरार हो गए। उसके बाद पुलिस ने फैक्ट्री में लगी अवैध शराब बनाने वाली मशीनों भारी मात्रा में शराब बनाने के काम में ली जा रही स्प्रीट सहित अन्य सामग्री भी बरामद की है। पुलिस ने फेक्ट्री संचालक के खिलाफ आबकारी एक्ट में मामला दर्ज कर अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है।
आबकारी विभाग के डीएसपी ने बताया कि यह शराब पूरी तरह नकली है और जहर के रूप में काम करती है, क्योंकि सरकार द्वारा अधिकृत मापदंड के अनुसार ही शराब बनाई जाती है। इसके अलावा जो भी शराब बनाई जाती है वह पूरी तरीके से नकली शराब मानी जाती है। उन्होंने बताया कि पैकिंग की छह मशीन जब्त की गई है। इसके अलावा 50 केन और बड़ी जरीकेन भी चार बरामद की गई है, जिनमें स्प्रिट भरी हुई है। मौके से शराब की बोतल के लेबल, बोतल के ढक्कन, कार्टन बरामद किए गए हैं। इसके अलावा ट्रैक्टर में लगे आरओ को भी बरामद किया गया है।
बताया जा रहा है कि यह अवैध और नकली शराब दुकानों तक भी पहुंचती है। यह एक बहुत बड़ा सेटअप था। जिसको ध्वस्त किया गया है। मौके से हरियाणा और राजस्थान की शराब के होलोग्राम भी बरामद किए गए हैं, जो भारी संख्या में हैं और बताया जा रहा है कि होलोग्राम भी नकली तरीके से बनाए गए हैं। एक बड़ी जनहानि होने से पहले इसे रोका गया है। आबकारी पुलिस ने इसमें शराब बनाने में काम आने वाले कलर को भी बरामद किया है। उन्होंने बताया कि शराब की रेट भी बहुत हाई रखी गई थी। क्योंकि यह जिस तरीके की शराब बनाते हैं, वह सरकार के मापदंड के बिल्कुल विपरीत होती है और सरकार के राजस्व को भी भारी नुकसान होता है।
गौरतलब है कि मेवात और अलवर जिले में अवैध रूप से शराब बनाने का काम बेखोफ होकर माफिया द्वारा किया जा रहा है, लेकिन जहरीली शराब बनाने वाले लोगों के अंदर पुलिस का खौफ नहीं है। पुलिस भी समय-समय पर अवैध रूप से शराब बनाने वालों को शराब के साथ गिरफ्तार करती है, लेकिन लोग जेल से छूटने के बाद फिर से इसी कार्य में लग जाते हैं और अवैध हथकढ़ शराब बनाकर लोगों को बाजार से कम दामों में जहरीली शराब परोसते हैं। राजस्थान में जहरीली शराब पीने से काफी लोगों की पहले मौत भी हो चुकी है। शराब दुखांतिका फिर न हो जाए इसलिए यह कार्रवाई की गई।