पटना
राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के घटक दल हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के संरक्षक एवं पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जी-20 रात्रिभोज के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात पर कहा कि यह 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले दोनों राजनेताओं के एक बार फिर से साथ होने का संकेत है।
"जानबूझकर PM मोदी से बचते रहे थे नीतीश"
जीतन राम मांझी ने रविवार को संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि यह एक बड़ा बदलाव है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को नई दिल्ली में जी-20 रात्रिभोज के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन की उपस्थिति में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से गर्मजोशी से बात करते देखा गया। उन्होंने कहा कि पिछले साल अगस्त में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से नाता तोड़ने और बिहार में महागठबंधन सरकार बनाने के बाद से नीतीश कुमार पिछले कई महीनों से सरकारी कार्यक्रमों के दौरान भी जानबूझकर प्रधानमंत्री मोदी से बचते रहे थे।
"यह मुलाकात जदयू का राजग के साथ एक होने का संकेत"
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि नीतीश कुमार अब राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के साथ नहीं रह सकते क्योंकि उन्हें महागठबंधन में उचित महत्व नहीं मिल रहा है। उन्होंने कहा, 'नहीं, यह सिर्फ नीतीश कुमार की पीएम मोदी के साथ बातचीत नहीं बल्कि वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले एक बार फिर जनता दल यूनाइटेड (जदयू) का राजग के साथ एक होने का संकेत है। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री नीतीश ने पिछले 18 महीनों में प्रधानमंत्री मोदी के साथ मंच साझा नहीं किया है। इस दौरान उन्होंने सरकारी कार्यक्रमों में भी किसी न किसी बहाने पीएम से दूरी बनाए रखी। लेकिन, जी-20 रात्रिभोज के दौरान पीएम मोदी से उनकी मुलाकात ने नीतीश कुमार के अगले कदम को लेकर अटकलें तेज कर दी हैं।