लखीमपुर
सुख में तो सभी साथ देते हैं लेकिन जो दुख में काम आए वही असली दोस्त और रिश्तेदार होता है। इंसान एक बार अपना फर्ज निभाने से भूल जाता है लेकिन जानवर नहीं भूलते। कुछ ऐसा ही नजारा यूपी के लखीमपुर जिले में देखने को मिला है। यहां एक बंदर की इंसान से दोस्ती थी। अचानक से दोस्त की मौत हो गई। इंसान दोस्त की मौत से बंदर दुखी हो गया और वह उसके घर पहुंच गया। दोस्त के शव के पास महिलाएं और रिश्तेदार विलाप कर रहे थे तो बंदर भी भावुक हो गया। कुछ देर बाद बंदर रो रही महिलाओं को दिलासा देने पहुंच गया। इतना ही नहीं बाकी लोगों की तरह मातम में भी बंदर शरीक हुआ और फिर अंतिम संस्कार से पहले कहीं चला गया। इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
वायरल वीडियो लखीमपुर खीरी जिले के बिजुआ इलाके के गोन्धिया गांव का है। यहां के रहने वाली 65 वर्षीय चंदन वर्मा का लम्बी बीमारी के चलते पिछले दिनों निधन हो गया। अंतिम यात्रा से पहले उनका शव आंगन में रखा था। इस बीच कहीं से एक बंदर आ गया। वह भी शव के पास बैठ गया। बंदर काफी देर तक उदास बैठा रहा। शव के पास रो रहीं महिलाओं के पास तक गया। जैसे उनको दिलासा दे रहा हो। वह शव के इर्द-गिर्द चक्कर काटता तो कभी मायूस होकर जमीन पर लेट जाता।
किसी ने इस घटनाक्रम की वीडियो बना ली। इसे इंसान और बंदर की दोस्ती के रूप में देखा जा रहा है। चंदन वर्मा के पुत्र सोनू वर्मा बताते है कि आज से करीब पांच साल पहले उनके पिता गांव से तीन किलो मीटर दूर गोन्धिया जंगल के किनारे अपनी फसल बचाने जाते थे। वहीं पर खाना खाते वक्त इस बन्दर को भी खाना खिला देते थे। यह वही बंदर है जो उनकी मौत की खबर पर यहां तक आ गया।