पटना
चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर फिर से बड़ा हमला किया है। राज्य में अपनी राजनीतिक जमीन तलाश रहे प्रशांत किशोर जनसुराज अभियान पर हैं। प्रशांत किशोर घूम घूम कर नीतीश और तेजस्वी की पोल खोल रहे हैं और आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव को भी नहीं छोड़ते। समय-समय पर भाजपा पर भी हमला करने से नहीं चूकते।
पदयात्रा पर निकले प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार के तेजस्वी प्रेम की पोल खोल कर रख दी। मुजफ्फरपुर में उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार को ना तो तेजस्वी यादव से प्रेम है और नहीं आरजेडी से। मुख्यमंत्री की अपनी कुर्सी बचाने के लिए नीतीश कुमार राजद के साथ हैं और तेजस्वी यादव को अपना प्रिय उत्तराधिकारी बता रहे हैं। पीके ने कहा कि इसमें कोई सच्चाई नहीं है। उन्होंने बातों बातों में यह भी बता दिया कि नीतीश कुमार एनडीए से क्यों अलग हो गए। बता दे कि पिछले साल अगस्त महीने में नीतीश कुमार अचानक एनडीए छोड़कर राजद के साथ आ गए और खुद मुख्यमंत्री बने रहने में कामयाब रखते हुए राजद कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बना ली।
पीके ने कहा कि नीतीश कुमार की राजनीतिक महत्व आकांक्षा बहुत बड़ी है। उन्हें पता चल गया था कि भाजपा 2024 में केंद्र की सरकार में वापस लौटेगी उसके साथ ही नीतीश कुमार को सीएम की कुर्सी से हटा देगी। कुर्सी बचाने के लिए सीएम ने बीजेपी को छोड़ दिया और राजद के साथ हाथ मिला ताकि कम से कम 2025 तक मुख्यमंत्री के पद पर काबिज रह पाएं।
पीके ने कहा कि नीतीश कुमार कहते हैं कि अगला चुनाव तेजस्वी यादव के नेतृत्व में लड़ा जाएगा। यह बात समझ में नहीं आ रहा कि नीतीश कुमार ऐसा बयान क्यों दे रहे हैं। उन्होंने दावा किया की बिहार में जो राजनीतिक हालात पैदा हो गए हैं उसमें कौन किधर भागेगा, इस पर कुछ भी नहीं कहा जा सकता। अगले चुनाव से पहले बिहार के सियासी परिदृश्य में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा।