पटना
बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष डॉ.अखिलेश प्रसाद सिंह ने आरोप लगाया है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इंडिया के लिए नियाजी साबित होंगे। जिस तरह 1971 की लड़ाई में पाकिस्तानी सेना के कप्तान नियाजी ने भारतीय सेना के सामने 90 हजार सैनिकों के साथ आत्मसमर्पण कर दिया था, उसी तरह नरेन्द्र मोदी अपने भाजपा कुनबे के साथ 2024 में इंडिया गठबंधन के सामने आत्मसमर्पण कर देंगे।
प्रदेश अध्यक्ष शनिवार को गया में रैली के लिए रवाना होने के पहले सदाकत आश्रम में लोगों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भाजपा से हमारी लड़ाई सत्ता के लिए नहीं, बल्कि सत्य के लिए है। इंडिया गठबंधन बनने के बाद प्रधानमंत्री बेचैन हैं। इसलिए इंडिया और भारत के बीच विवाद खड़ा किया जा रहा है। इससे पहले भी अखिलेश सिंह ने आरोप लगाया था कि अब लोग इंडिया के समर्थन में तेजी से लामबंद हो रहे हैं, क्योंकि उन्हें एहसास हो गया है कि वर्तमान केंद्र में सरकार केवल 'दो लोगों' (अडानी और अंबानी) को फायदा पहुंचाने के लिए 'दो लोगों' द्वारा चलाई जा रही है।
सरकार और उद्योगपति गौतम अडानी 20 हजार करोड़ के फंड पर चुप क्यों हैं, जो शेल कंपनियों के माध्यम से अडानी समूह को भेजा गया था? सिंह ने दावा किया कि पीएम नरेंद्र मोदी और अडानी के बीच संबंधों पर सवाल उठाने के लिए राहुल गांधी से उनकी लोकसभा सदस्यता छीन ली गई। उन्होने कहा था कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के बाद कांग्रेस और मजबूत होकर उभरी है। इसने कर्नाटक और हिमाचल प्रदेश जैसे दो महत्वपूर्ण राज्यों को भाजपा से छीन लिया था।