गाजियाबाद
दिल्ली बॉर्डर के गाजियाबाद जिले में आवारा कुत्तों का आतंक बढ़ गया है. कुत्ते रोजाना 300 से अधिक लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं. दहशत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि कई इलाकों में लोग डंडा लेकर घर से बाहर निकल रहे हैं. गाजियाबाद स्वास्थ्य विभाग ने नगर निगम को इस संबंध में एडवाइजरी जारी की है. साथ ही, सरकारी अस्पतालों में एंटी रैबीज वैक्सीन की अतिरिक्त डोज भी पहुंचा दी गयी है.
गाजियाबाद स्वास्थ्य विभाग ने कुत्तों के बढ़ते आतंक को देखते हुए हाल ही में स्थानीय निकाय को एडवाइजरी जारी की है. विभाग ने आवारा कुत्तों का बंध्याकरण तेज करने की बात कही है, जिससे कुत्तों की बढ़ती संख्या रोकी जा सके. साथ ही, पालतू कुत्तों का वैक्सीनेशन बढ़ाने का भी सुझाव दिया है.
गाजियाबाद सीएमओ डॉ.भवतोष शंखधर ने बताया कि गाजियाबाद शहर के दोनों अस्पतालों और पांचों सीएचसी में एंटी रैबीज वैक्सीन की डोज मांग के अनुसार दी जा रही है. पिछले कुछ समय से कुत्ते काटने की घटनाओं में इजाफा हुआ है. इसी को ध्यान में रखते हुए अस्पतालों में एंटी रैबीज वैक्सीन की अतिरिक्त डोज पहुंचा दी गयी हैं, जिससे कुत्ता काटने वाले सभी लोगों को एंटी रैबीज वैक्सीन समय पर लगाई जा सके.
कुत्ते काटने की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए शहर की आरडब्ल्यूए ने भी नगर निगम को पत्र लिखकर इन समस्या से राहत दिलाने की मांग की है. आरडब्ल्यूए पदाधिकारियों के अनुसार कुत्तों की डर की वजह से बच्चों ने पार्क में खेलना बंद कर दिया है. शिवगंगा अपार्टमेंट आरडब्ल्यूए, वसुंधरा सेक्टर 4 बी के सचिव हरि सिंह नेगी ने बताया कि सोसाइटी में आवारा कुत्तों का आतंक है. कुत्तों के भौंकने या दौड़ने पर लोग भागते हैं, कई बार इस वजह से भी उन्हें चोंट लग जाती है. उन्होंने भी नगर निगम को पत्र लिखकर राहत दिलाने की मांग की है. साहिबाबाद आरडब्ल्यूए के पीके मलिक ने भी नगर निगम को इसी तरह सौंपा है. नगर निगम के अधिकारी के अनुसार इस संबंध में जरूरी कार्रवाई की जाएगी.