रांची
भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष पद संभालने के बाद डुमरी विधानसभा उपचुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी की पहली अग्निपरीक्षा थी, जिसमें उन्हें झटका लगा है। मरांडी फिलहाल पार्टी की संकल्प यात्रा पर हैं।
इस दौरान समय निकालकर उन्होंने डुमरी विधानसभा उपचुनाव के प्रचार अभियान में हिस्सा लिया। मरांडी लगातार राज्य सरकार के खिलाफ मुखर हैं।
भ्रष्टाचार के मसले पर उन्होंने सरकार की घेराबंदी की है, लेकिन उपचुनाव का परिणाम आने के बाद उन्हें आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनावों के लिए नए सिरे से रणनीति बनानी होगी। लोकसभा चुनाव में सभी 14 सीटों पर जीत हासिल करने का टास्क भाजपा आलाकमान ने उन्हें सौंपा है।
जीत से आईएनडीआईए गठबंधन में उत्साह
उपचुनाव के परिणाम से भाजपा विरोधी आईएनडीआईए गठबंधन में उत्साह है। जाहिर है, उनकी एकजुटता आगामी चुनावों में बनी रहेगी। ऐसे में बाबूलाल मरांडी को सधे कदमों से आगे बढ़ने की रणनीति बनानी होगी।
एनडीएम के वोट शेयर में इजाफा हुआ: बाबूलाल
जल्द ही वे अपनी टीम की भी घोषणा करने वाले हैं और ऐसे में मनोबल बनाए रखने की जिम्मेदारी उनके कंधों पर होगी। हालांकि, बाबूलाल मरांडी ने पिछले चुनाव का उदाहरण देते हुए कहा है कि एनडीए के वोट शेयर में इजाफा हुआ है।