नई दिल्ली
ऑस्ट्रेलिया ने साउथ अफ्रीका को 5 मैच की वनडे सीरीज के पहले मुकाबले में 3 विकेट से हराकर 1-0 की बढ़त बना ली है। कंगारु टीम के जीत का हीरो वो खिलाड़ी रहा जो शुरुआती प्लेइंग इलेवन का हिस्सा ही नहीं था। यह खिलाड़ी और कोई नहीं बल्कि मार्नस लाबुशेन था जिसे कैमरन ग्रीन के कन्कशन सब्स्टीट्यूट के रूप में प्लेइंग इलेवन में जगह मिली थी। दरअसल, पारी के 6ठें ओवर में कगिसो रबाडा का एक तीखा बाउंसर ग्रीन के हेलमेट पर जा लगा। यह बाउंसर ग्रीन को इतना जोर से लगा कि उन्हें मैदान छोड़ना पड़ा, बाद में ऑस्ट्रेलिया डॉक्टर और फिजियो ने पाया कि ग्रीन कन्कशन का शिकार हो गए हैं और टीम ने उनकी जगह लाबुशेन को भेजने का फैसला किया। दाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने 7वें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए 80 रनों की नाबाद पारी खेली टीम को अहम जीत दिलाई।
उनकी इस जीत के बाद क्रिकेट के गलियारों में बातें होने लगी कि इस खिलाड़ी को तो वर्ल्ड कप स्क्वॉड में जगह मिलनी चाहिए थी। जब यही सवाल स्टैंडिंग कैप्टन मिशेल मार्श से पूछा गया तो उन्होंने कहा 'सौभाग्य से मैं कार्यवाहक कप्तान हूं, इसलिए मुझे ये निर्णय लेने की जरूरत नहीं है।' वहीं मैच को लेकर मार्श ने कहा 'शुरुआत में कुछ विकेट गंवाने के बाद खिलाड़ियों ने इंटेंट दिखाया। बिना किसी डर के खेला और हम भाग्यशाली रहे, यह बहुत अच्छा है कि मार्नस ने इस तरह से खेला और हमें जीत दिलाई। वह आने और काम करने के लिए एकदम सही व्यक्ति हैं। मार्नस के बारे में एक बड़ी बात यह है कि वह इसमें अपना सब कुछ झोंक देता है। सीरीज में चार मैच बाकी हैं। हमने वास्तव में अच्छी गेंदबाजी की, यह ऑस्ट्रेलिया की शानदार जीत है।'
लाबुशेन को बल्लेबाजी करने का मौका तब मिला जब कंगारुओं ने मात्र 96 रनों पर अपना 6ठां विकेट खो दिया था। लाबुशेन मैदान पर जाकर अभी कुछ समझ पाते कि 113 के स्कोर पर शॉन एबॉट भी पवेलियन लौट आए।
ऑस्ट्रेलिया बेहद ही मुश्किल स्थिति में फंस चुका था, मगर इसके बाद जो हुआ वो किसी अजूबे से कम नहीं था। लाबुशे ने 10वें नंबर के बल्लेबाज एस्टन एगर के साथ 8वें विकेट के लिए 112 रनों की नाबाद साझेदारी कर टीम को 41वें ओवर में जीत दिला दी। लाबुशेन 80 रन तो एगर 48 रन बनाकर नाबाद रहे। ऑस्ट्रेलिया ने यह मैच 3 विकेट रहते जीत दर्ज की। लाबुशेन को उनकी इस पारी की वजह से प्लेयर ऑफ द मैच के अवॉर्ड से नवाजा गया।