नई दिल्ली
नए विपक्षी गठबंधन 'INDIA' के साथी दल डीएमके के नेता उदयनिधि की 'सनातन धर्म' पर टिप्पणी से शुरू हुआ विवाद थमा नहीं है। अब केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने साफतौर पर कह दिया है कि जब तक भक्त जिंदा हैं, तब तक कोई भी धर्म को चुनौती नहीं दे सकता। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि ने एक कार्यक्रम के दौरान सनातन धर्म को खत्म करने की बात कह दी थी। राजधानी दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में ईरानी ने कहा, 'जो लोग सनातन धर्म को चुनौती दे रहे हैं, उन लोगों तक यह आवाज पहुंच जानी चाहिए कि जब तक भक्त जिंदा है, तब तक उनके धर्म को कोई चुनौती नहीं दे सकता।'
एक्शन मोड में है सरकार
खबर है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंत्रियों से आस्था से जुड़े मुद्दों को लेकर जारी झूठ और हमलों का सामना करने के लिए कहा है। इससे पहले केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह समेत कई बड़े नेता 'INDIA' गठबंधन के नेता के बयान का विरोध कर चुके हैं। शाह ने कहा था, '…बीते दो दिनों से INDIA गठबंधन सनातन धर्म का अपमान कर रहा है। डीएमके और कांग्रेस के नेता सिर्फ वोट बैंक की राजनीति के लिए सनातन धर्म को खत्म करने की बात कर रहे हैं। यह पहली बार नहीं है जब हमारे सनातन धर्म का अपमान किया गया है।'
क्या बोले उदयनिधि
उदयनिधि ने कहा था, 'कुछ चीजें हैं, जिनका विरोध नहीं किया जा सकता और उन्हें उखाड़ फेंकना ही जरूरी है। हम डेंगू, मच्छरों, मलेरिया या कोरोना का विरोध नहीं कर सकते। हमें इसे उखाड़ना ही होगा। वैसे ही हमें सनातन को भी खत्म करना होगा। सनातन के विरोध के बजाए उसे उखाड़ा जाना चाहिए।' इसके बाद कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे प्रियंक खड़गे ने भी सनातन धर्म की तुलना बीमारी से कर दी थी।