रायपुर
सार्वजनिक दही हांडी उत्सव समिति एवं श्री हनुमान मंदिर ट्रस्ट के विशेष सहयोग से भगवान श्री कृष्ण जन्मोत्सव के अवसर पर 8 सितंबर को शाम 4 बजे से गुढि?ारी स्थित दही हांडी मैदान में दही हांडी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया हैं। जिसमें छत्तीसगढ़ प्रदेश के साथ ही महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, झारखण्ड तथा उड़ीसा की गोविंदा टोलियां भी में शामिल हो रही है। पिछले बार इनाम राशि 3 लाख रुपये था लेकिन इस बार उसे बढ़ाकर 5 लाख 51 हजार रुपये किया गया है। वहीं महिलाओं की टोलियां भी इसमें भाग लेंगी जिसकी भी इनामी राशि को बढ़ाकर 2 लाख 75 हजार रुपये दिया जाएगा।
सार्वजनिक दही हांडी उत्सव समिति के संयोजक बसंत अग्रवाल और सह-संयोजक हेमेन्द्र साहू ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए बताया कि दही हांडी प्रतियोगिता का यह 13वां वर्ष है। पिछली बार 6 सर्कल बनाकर दही हांडी लूटा गया था लेकिन इस बार उसे बढ़ा कर 7 सर्कल कर दिया है क्योंकि इनामी राशि में भी बढ़ोत्तरी की गई है। पिछली बार इनामी राशि जहां 3 लाख रुपये था वहीं इस बार उसे बढ़ाकर 5 लाख 51 हजार रुपये कर दिया गया है। ग्रीसयुक्त खंबा में चढ़ाई करने वाली टोली की भी इनामी राशि में भी बढ़ोत्तरी की गई है। अभी तक लगभग स्थानीय रायपुर, दुर्ग, राजनांदगांव सहित विभिन्न जिलों की 26 टोलियों ने अपना नाम दर्ज करवा चुके है जिनमें महिला टोलियां भी शामिल है। महिला टोलियों के लिए अलग से व्यवस्था की गई है और उनकी मांग पर उनके भी इनामी राशि में बढ़ोत्तरी करते हुए पिछली बार उन्हें 2 लाख 51 हजार रुपये दिया गया है था लेकिन इस बार 2 लाख 75 हजार रुपये पुरुस्कार के रुप में प्रदान किया जाएगा। पड़ोसी राज्यों की बात करें तो महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, झारखण्ड तथा उड़ीसा की गोविंदा टोलियां शामिल हो रही है जिनमें मध्यप्रदेश के इंदौर तथा जबलपुर से भी गोविंदा टोलियों ने अपना नाम समिति के पास दर्ज करवाया है। दही हांडी प्रतियोगिता में भाग लेने वाली सभी गोविंदा टोलियों को सात्वना राशि भी समिति के द्वारा प्रदान किया जाएगा।
बसंत अग्रवाल ने बताया कि दही हांडी प्रतियोगिता पूर्णत: नि:शुल्क हैं। कृष्ण भक्तों के मनोरंजन के लिए इस बार छग की लाडली गायिका सुश्री आरू साहू सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति देंगी। वहीं दूसरी ओर पड़ोसी राज्या ओडिशा से आए कलाकरों के द्वारा घंटा बाजा की प्रस्तुति की जाएगी जो आकर्षण का विशेष केंद्र रहेगा। इसके साथ ही वंदावन से आए कृष्ण लीला की मनमोहक झांकी भी दही हांडी प्रतियोगिता के दौरान देखने को मिलेगी। गोविंदा टोलियों की किसी भी प्रकार की दुर्घटना की जिम्मेदारी उनकी स्वयं की होगी, समिति इसके लिए जिम्मेदार नहीं होगा।