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संसद के विशेष सत्र का क्या है एजेंडा? जानने के लिए PM मोदी को चिट्ठी लिखेंगी सोनिया गांधी

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 नई दिल्ली

विपक्ष के इंडिया गठबंधन ने मंगलवार को केंद्र सरकार से संसद के विशेष सत्र का एजेंडा सार्वजनिक करने की मांग की है। गठबंधन का कहना है कि वह एक सकारात्मक सत्र चाहता है। विपक्ष ने उम्मीद जताई है कि विशेष सत्र में सरकार महंगाई और बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर चर्चा करेगी। सूत्रों के मुताबिक, पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी इस सिलसिले में प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर विशेष सत्र का एजेंडा पूछेंगी। इसके साथ इंडिया गठबंधन ने दावा किया है कि उसकी एकता से भाजपा घबरा गई है।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की अध्यक्षता में उनके निवास पर रात्रिभोज पर हुई बैठक में इंडिया गठबंधन के लोकसभा और राज्यसभा में पार्टियों के नेता शामिल हुए। बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने कहा कि विशेष सत्र में दो सप्ताह से भी कम समय है, पर सरकार ने अभी तक सत्र का एजेंडा नहीं बताया है। सरकार से एजेंडा बताने की अपील करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार को पारदर्शिता बरतनी चाहिए।

गोगोई ने कहा कि बैठक में मौजूद सभी पार्टियां सत्र में रचनात्मक भूमिका निभाना चाहती है। उन्होंने उम्मीद जताते हुए कहा कि सरकार हमारी भावनाओं को समझेगी और विशेष सत्र में देश के सामने मौजूद समस्याओं पर चर्चा कर उनका हल तलाशने की कोशिश करेगी। उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन की पार्टियों का मानना है कि सरकार उनकी एकता से घबरा गई है। सभी पार्टियों ने यह दोहराया है कि हम अपनी एकता बनाए रखेंगे और आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा को शिकस्त देंगे।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने ट्वीट किया, मोदी सरकार पहली बार बिना एजेंडा बताए संसद का विशेष सत्र बुला रही है। किसी भी विपक्षी दल से न तो सलाह ली गई और न ही जानकारी दी गई। यह लोकतंत्र चलाने का तरीका नहीं है। हर दिन, मोदी सरकार मीडिया में एक संभावित एजेंडा की कहानी पेश करती है, जिससे लोगों पर बोझ डालने वाले वास्तविक मुद्दों से ध्यान भटकाने का एक बहाना तैयार किया जाता है।

उन्होंने आगे कहा, भाजपा महंगाई, बेरोजगारी, मणिपुर, चीन के अपराध, सीएजी रिपोर्ट, घोटाले और संस्थानों को कमजोर करना आदि जैसे प्रमुख मुद्दों को किनारे रखना चाहती है। हमारे लोगों को धोखा देना चाहती है। उन्होंने कहा कि दलों ने विशेष सत्र के लिए आगे की राह पर चर्चा की। हम जनहित के मुद्दे उठाने से पीछे नहीं हटेंगे, हमारा इरादा इन पर अपना ध्यान केंद्रित रखने का है।