अयोध्या
राम मंदिर के भूतल का निर्माण कार्य पूरा हो गया है। अब भूतल के फर्श और मंदिर में लगने वाले 42 दरवाजों के निर्माण और उस पर नक्काशी का काम कारसेवक पुरम में चल रहा है। 14 दरवाजों का निर्माण पहले पूरा किया जाएगा, जो भूतल में लगने हैं। इसके साथ ही 15 जनवरी से 24 जनवरी 2024 तक मंदिर परिसर में होने वाले भगवान रामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम की तैयारी में पूरा संघ परिवार लगा हुआ है।
प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम की व्यवस्था को अंतिम रूप देने के लिए अयोध्या में मंदिर ट्रस्ट के अयोध्या के सदस्यों और पदाधिकारियों, विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय स्तर के पदाधिकारियों और व्यवस्था प्रमुखों की विशेष बैठक अयोध्या में 10 और 11 सितंबर को होने जा रही है। इसमें रामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के विविध बिंदुओं पर चर्चा होगी और इसी के साथ प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के प्लान को अंतिम रूप दे दिया जाएगा। राम मंदिर ट्रस्ट के सदस्य कामेश्वर चौपाल ने बताया कि ट्रस्ट के संयोजन में पूरी व्यवस्था को कई भागों में बांटकर उसकी कमिटियां बनाई गई हैं, जो अपने स्तर पर कार्यक्रम को तैयारी को लेकर बैठकें कर रही हैं।
50 हजार लोगों के लिए की जा रही व्यवस्था
चौपाल ने बताया है कि श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट 5 हजार संत, महंतों और 5 हजार राम मंदिर आंदोलन से जुड़े विशिष्ट जनों को आमंत्रित कर रहा है, जिसमें करीब 60 देशों के प्रतिनिधि में शामिल हैं। करीब 50 हजार लोगों की व्यवस्था की जिम्मेदारी मंदिर ट्रस्ट को उठानी पड़ेगी। चौपाल ने बताया कि प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम 10 दिनों तक चलेगा, लेकिन मुख्य कार्यक्रम पीएम मोदी की तरफ से रामलला को गर्भगृह में स्थापित करने का होगा, जो 22 जनवरी से 24 जनवरी 2024 के बीच संभावित है।
दरवाजों पर उकेरी जा रही आकृतियां
राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय के मुताबिक, मंदिर के दरवाजे दिसंबर, 2023 तक बनकर तैयार हो जाएंगे। दरवाजों पर सनातन धर्म के चिह्न गदा, चक्र, त्रिशूल, गणपति आदि की आकृतियां उकेरी जा रही हैं। महाराष्ट्र की टीक की लकड़ी पर कारीगर बेहद खूबसूरत डिजाइनिंग कर रहे हैं। वहीं पूरा राम मंदिर नागर शैली में तैयार हुआ है। चंपत राय के मुताबिक राम मंदिर के भूतल के निर्माण के साथ प्रथम तल का भी निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। प्रथम तल का स्ट्रक्चर दिसंबर 202 तक खड़ा कर दिया जाएगा।