नई दिल्ली
एक युवक के सिर पर पत्थर मारकर उसकी हत्या कर दी गई। वारदात को अंजाम देने के बाद बदमाश मौके से फरार हो गए। मृतक की पहचान शुभम शर्मा (24) के रूप में हुई है। वहीं परिवार वालों ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। परिवार वालों का कहना है कि बीती देर रात घटना के बाद उन्होंने पुलिस को मामले की सूचना दी। लेकिन बिंदापुर और उत्तम नगर थाना पुलिस सीमा विवाद में उलझी रही। वहीं, गुस्साए परिजनों ने वारदात के बाद रोड जाम करके प्रदर्शन किया। प्रदर्शन बढ़ता देख उत्तम नगर थाना पुलिस ने केस दर्ज किया। पुलिस के मुताबिक उक्त मामले में प्रधुमन उर्फ संधू को गिरफ्तार कर लिया है। फिलहाल पुलिस प्रधुमन के साथी की तलाश कर रही है।
कैसे हुआ शुभम का झगड़ा
जानकारी के अनुसार, मूलरूप से राजस्थान के रहने वाले शुभम परिवार के साथ ओम विहार में रहते थे। परिवार में पिता गजेन्द्र पाल, मां व एक बहन है। शुभम अपने पिता के साथ प्रिंटिंग प्रेस में काम करते थे। शुभम के ताऊ गजानंद ने बताया कि रविवार-सोमवार रात शुभम अपने दोस्त विक्की के साथ पार्टी करने बाहर गए थे। शुभम मेट्रो पिलर नंबर 714 के सामने एक बार में बैठे हुए थे। गजानंद के अनुसार, शराब के ठेके के ठीक ऊपर यह बार बना हुआ है।
शुभम का खाने के दौरान कुछ लड़कों से झगड़ा हुआ। इधर, शुभम ने उनके बेटे रोहित को फोन करके बुलाया। इसी बीच 10 से 12 लड़के वहां आए और शुभम के साथ मारपीट करने लगे। गजानंद का आरोप है कि आरोपियों ने उसे बार से नीचे घसीटा और उसके सिर में पत्थर से हमला किया। जिससे शुभम का सिर फट गया। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए।
पुलिस के गिरफ्त में आरोपी
शुभम को परिवार वाले अस्पताल लेकर गए। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। गजानंद के अनुसार, आरोपियों से शुभम का पहले भी झगड़ा हुआ था। डीसीपी एम हर्षवर्धन ने बताया कि रविवार रात करीब 9.30 बजे पुलिस को झगड़े की कॉल मिली थी। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस को पता चला कि घायल को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस अस्पताल पहुंची। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। उत्तम नगर थाना पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए केस दर्ज कर आरोपी प्रधुमन को गिरफ्तार किया। फिलहाल पुलिस आरोपी के साथी की तलाश कर रही है। शुभम के ताऊ गजानंद ने बताया कि घटना के बाद बिंदापुर व उत्तम नगर थाना पुलिस सीमा विवाद में उलझी रही। केस दर्ज न होने पर परिवार वालों ने रोड जाम कर प्रदर्शन किया।