भोपाल
मध्यप्रदेश ऊर्जा विकास निगम द्वारा "ऊर्जा साक्षरता अभियान में विभिन्न माध्यमों से साँची शहर के लगभग 7 हजार नगर वासियों को ऊर्जा बचत एवं ऊर्जा संरक्षण के विषय में जागरूक किया गया है। 'हर घर सोलर' की अवधारणा को साकार करते हुए लगभग 63 किलोवॉट क्षमता के सौर संयंत्र घरेलू छतों पर स्थापित किए गए हैं। कुछ ही दिनों में साँची नगर को प्रदेश की पहली सोलर सिटी होने का गौरव प्राप्त होने जा रहा है। भविष्य की ऊर्जा आवश्यकताओं को ध्यान मे रखते हुए मध्यप्रदेश नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा विभाग तत्परता से कार्य कर रहा है।
साँची शहर की ऊर्जा आवश्यकताओं की प्रतिपूर्ति नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा स्त्रोतों के माध्यम से क्रियान्वित की जा रही है। साँची शहर में स्थित प्रमुख संस्थान की छतों पर कुल 174 किलोवॉट क्षमता के सौर रूफटॉप संयंत्र की स्थापना की गयी है। इसमें से 150 किलोवॉट के संयंत्र मध्यप्रदेश ऊर्जा विकास निगम द्वारा रेस्को परियोजनान्तर्गत बगैर किसी पूँजीगत व्यय (शून्य निवेश) किए निर्धारित विकासक ईकाई द्वारा हितग्राही संस्थाओं को मानकीकृत न्यूनतम विद्युत की दर पर स्थापित किए गए हैं। हितग्राही संस्थाओं को रेस्को मॉडल के अतर्गत सौर संयंत्रों हेतु प्राप्त टैरिफ विद्युत वितरण कंपनी के टैरिफ की तुलना में काफी कम दर पर विद्युत उपलब्ध होती है।
जलवायु परिवर्तन के वैश्विक कारण पर्यावरण में गैसीय उत्सर्जन की निरंतर बढ़ोत्तरी हो रही है। गैसीय उत्सर्जन की बढ़ोत्तरी का प्रमुख कारक पारंपरिक ऊर्जा के साधन हैं, जो फॉसिल फ्यूल बेस्ड है। अतः अक्षय ऊर्जा / ग्रीन ऊर्जा एवं ऊर्जा संरक्षण ही विकल्प है, जिससे गैसीय उत्सर्जन को सीमित रखा जा सकता है। साँची सोलर सिटी के विकास मे राज्य शासन द्वारा किए गए नवाचारो में इन सभी घटको का समावेश किया गया है।