नईदिल्ली
रेलवे द्वारा पहली बार मोदी सरकार में किसी महिला अधिकारी को रेलवे बोर्ड का अध्यक्ष बनाया जा रहा है. रेलवे बोर्ड में परिचालन और व्यवसाय विकास की सदस्य जया वर्मा सिन्हा रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष पद के लिए रेस में सबसे आगे चल रही हैं.
दरअसल, वर्तमान रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष अनिल कुमार लाहोटी का कार्यकाल पूरा होने जा रहा है. इसको लेकर रेलवे ने वरीयता के आधार पर चार लोगों का पैनल तैयार किया था. इस पैनल में जया वर्मा सिन्हा को अध्यक्ष बनाने पर मोदी सरकार की लगभग मुहर लग गई है. बता दें कि बालासोर में हुए कोरमंडल एक्सप्रेस हादसे के वक्त जया वर्मा सिन्हा ही पूरे घटनाक्रम पर विस्तार से जानकारी दे रही थीं. पीएमओ में भी इस घटना को लेकर पावर प्रजेंटेशन जया वर्मा सिन्हा ने ही दी थी.
इस दौरान इनकी कार्यशैली की काफी सराहना की गई थी. अब इस महिला अधिकारी पर रेलवे के क्षेत्र में बेहतर काम करने की उम्मीद पर सरकार भरोसा करके रेलवे बोर्ड का अध्यक्ष बनाने की तैयारी कर रही है. माना जा रहा है कि मोदी सरकार की ओर से रक्षाबंधन पर जया वर्मा सिन्हा को रेलवे बोर्ड अध्यक्ष पद का गिफ्ट मिल सकता है.
कौन है जया वर्मा सिन्हा?
जया वर्मा सिन्हा ने इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से अपनी पढ़ाई पूरी की है. इसके बाद 1988 में भारतीय रेलवे यातायात सेवा (आईआरटीएस) में शामिल हुई. दक्षिण पूर्व रेलवे, उत्तर रेलवे, पूर्व रेलवे सहित कई महत्वपूर्ण पदों पर अपना योगदान दे चुकी हैं. जया वर्मा सिन्हा पूर्व रेल के सियालदह डिवीजन में डीआरएम के पद पर कार्य कर चुकी हैं. इसके अलावा दक्षिणी पूर्व रेलवे में मुख्य वाणिज्य प्रबंधक भी रही है.
जया वर्मा सिन्हा चार वर्षों तक बांग्लादेश के ढाका में भारतीय उच्चायोग में रेलवे के सलाहकार भी थीं. इनके ही कार्यकाल के दौरान कोलकाता से ढाका के लिए मैत्री एक्सप्रेस का उद्घाटन हुआ था. अब देखना होगा कि रेलवे के कई महत्वपूर्ण पदों पर योगदान देने वाली जया वर्मा सिन्हा रेलवे बोर्ड की अध्यक्ष बनती हैं तो रेलवे में अपने अनुभवों का क्या लाभ देती हैं.