नई दिल्ली
चंद्रयान-3 को चांद के दक्षिणी ध्रुव पर लैंड हुए एक हफ्ते का समय पूरा हो चुका है। इस दौरान, चंद्रयान-3 ने चांद की तस्वीरों, वहां के तापमान समेत तमाम तरह की जानकारियां ISRO कमांड सेंटर में भेजी हैं। इसरो ने बुधवार रात में फिर से गुड न्यूज दी है। उसने रोवर प्रज्ञान द्वारा खींची गईं विक्रम लैंडर की तस्वीरों को शेयर किया है। पहले दोपहर में फोटो शेयर करने के बाद रात में फिर से नई तस्वीरों को साझा किया। रोवर प्रज्ञान जानकारियों को इकट्ठा करने के उद्देश्य से विक्रम लैंडर के 15 मीटर दूर पहुंच गया और फिर वहां से उसने बुधवार सुबह 11 बजे विक्रम लैंडर की खूबसूरत तस्वीरें क्लिक कीं।
इसरो ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर विक्रम लैंडर की दो तस्वीरें पोस्ट कीं। इसे प्रज्ञान ने 30 अगस्त को सुबह 11.04 मिनट पर खींचा है। इसमें चांद की सतह पर विक्रम शान से खड़ा हुआ दिखाई दे रहा है। इसरो ने ट्वीट करते हुए लिखा, ''सीमाओं से परे, चंद्रमा के दृश्यों के पार। एक बार फिर, सहयात्री प्रज्ञान ने विक्रम को तस्वीर में कैद किया। यह प्रतिष्ठित तस्वीर आज सुबह 11 बजे के आसपास लगभग 15 मीटर से ली गई थी। NavCams का डेटा SAC/ISRO, अहमदाबाद द्वारा प्रोसेस्ड किया जाता है।''
स्माइल प्लीज… इसरो ने दोपहर में शेयर की थी यह तस्वीर
इससे पहले, बुधवार दोपहर को भी इसरो ने चंद्रमा के दक्षिण ध्रुव में उतरने के बाद प्रज्ञान रोवर द्वारा खींची गई विक्रम लैंडर की बुधवार को तस्वीर जारी की। यह तस्वीर रोवर पर लगे नेविगेशन कैमरे (नवकैम) द्वारा ली गई थी। इसरो ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' के आधिकारिक हैंडल पर कहा, ''चंद्रयान-3 मिशन: कृपया मुस्कुराएं! प्रज्ञान रोवर ने आज सुबह विक्रम लैंडर की एक तस्वीर क्लिक की। 'मिशन की तस्वीर' रोवर पर लगे नेविगेशन कैमरे (नवकैम) ने ली है।'' चंद्रयान-3 मिशन के लिए नवकैम को इलेक्ट्रो-ऑप्टक्सि सस्टिम प्रयोगशाला (एलईओएस) द्वारा विकसित किया गया है।
चंद्रयान-3 ने चांद को लेकर की बड़ी खोज
प्रणोदन मॉड्यूल से अलग होने के बाद 23 अगस्त को शाम छह बजकर चार मिनट पर विक्रम लैंडर सफलतापूर्वक चांद की सतह पर उतरा था। कुछ घंटों के बाद विक्रम के अंदर से रोवर प्रज्ञान बाहर निकला और चहलकदमी शुरू कर दी। 30 अगस्त को प्रज्ञान का चांद पर 8वां दिन है। इसरो ने चंद्रयान-3 के जरिए बड़ी खोज की है। रोवर प्रज्ञान के पेलोड ने चांद पर ऑक्सीजन और सल्फर समेत अन्य पदार्थों की मौजूदगी का पता लगाया है। प्रज्ञान ने चंद्रमा के दक्षिण ध्रुवीय क्षेत्र में एल्यूमीनियम, सल्फर, कैल्शियम, लोहा, क्रोमियम और टाइटेनियम सहित कई रासायनिक पदार्थों की उपस्थिति की खोज की है और हाइड्रोजन की खोज जारी है। इसके साथ ही प्रज्ञान ने चांद की सतह पर तापमान की माप की है। भारत चांद के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने वाला पहला देश है। ऐसे में चंद्रयान-3 से मिलने वाले डाटा पर वश्वि की निगाहें टिकी हैं।