Home राजनीति मायावती ना एनडीए में गईं और न इंडिया गठबंधन की हुई

मायावती ना एनडीए में गईं और न इंडिया गठबंधन की हुई

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लखनऊ

आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर यूपी में सियासत तेज हो गई है. जैसे ही आज BSP सुप्रीमो मायावती ने ऐलान किया कि वह I.N.D.I.A गठबंधन का हिस्सा नहीं होंगी, सपा के निशाने पर आ गईं. वहीं, बीजेपी नेता उन्हें NDA में शामिल होने की सलाह दे रहे हैं. ऐसे में मायावती का अगला कदम क्या होगा इसपर सभी की निगाहें टिक गई हैं. तो आइए जानते हैं क्या था मायावती का बयान और उसपर बीजेपी और सपा नेताओं ने क्या प्रतिक्रिया दी …

दरअसल, ऐसी अटकलें लगाई जा रही थीं कि बसपा I.N.D.I.A गठबंधन में शामिल हो सकती है. लेकिन मायावती ने आज सुबह सोशल मीडिया के जरिए ऐसी अटकलों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि NDA और I.N.D.I.A गठबंधन अधिकतर गरीब विरोधी, जातिवादी, सांप्रदायिक पूंजीवादी नीतियों वाली पार्टियां हैं, जिनकी नीतियों के खिलाफ बसपा लगातार संघर्ष कर रही है. इसीलिए इनसे गठबंधन करके चुनाव लड़ने का सवाल ही पैदा नहीं होता.

मायावती के इस बयान के बाद सियासी बयानबाजी का दौर देखने को मिला. सपा नेता और प्रवक्ता जूही सिंह ने कहा कि मायावती बीजेपी के साथ हैं इसलिए I.N.D.I.A का हिस्सा नहीं है. वह बाहर रहकर के NDA को फायदा पहुंचा रही हैं.

मायावती पर सपा का निशाना

जूही सिंह ने यह भी कहा कि वह (मायावती) कैंडिडेट को जिताने के लिए नहीं बल्कि किसी और को हराने के लिए उम्मीदवार खड़ा करती हैं. वह दलितों, पिछड़ों और मुसलमान की आवाज नहीं है. वह विपक्ष के साथ खड़ी नहीं होती हैं. समाजवादी पार्टी ने पहले भी बहन जी की मदद की और उनके 10 सांसदों को दिल्ली पहुंचाया. लेकिन उन्होंने हमेशा केवल अपना फायदा देखा है. जनता अब समझ गई है कि वो दलितों की नेता नहीं हैं.

बीजेपी नेता कही ये बात

वहीं, बीजेपी नेता और यूपी सरकार में मंत्री रहे मोहसिन रजा ने कहा कि मायावती को बड़ा दिल रखकर NDA के साथ आ जाना चाहिए. बीजेपी ने पहले भी मायावती को सम्मान देने का काम किया और प्रदेश का मुखिया (सीएम) बनाया.

मोहसिन रजा ने आगे कहा कि बीजेपी ने उनका (मायावती) तब साथ दिया था जब समाजवादी पार्टी के नेता उनकी बेइज्जती कर रहे थे. सपा ने हमेशा उनका तिरस्कार किया है और राजनीतिक तौर पर उनका नुकसान किया. मोदी सरकार सबके साथ चलती है. दलित, पिछड़ा सभी का उत्थान हुआ है. NDA में मायावती को सम्मान मिलेगा और उनके आने से दलित उत्थान की लड़ाई और मजबूत होगी.

लालू यादव ने क्या कहा?

मायावती के विपक्षी गठबंधन में शामिल होने से इनकार करने पर आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव की प्रतिक्रिया आई है. उन्होंने कहा कि हमने मायावती को I.N.D.I.A में शामिल होने का न्योता नहीं दिया था. मायावती के फैसले पर लालू यादव से जब पूछा गया तो उन्होंने कहा- "कहां हम लोग बुलाए ही हैं… हम लोग आगे की तैयारी कर रहे हैं. चुनाव नजदीक आ रहा है."