नई दिल्ली
एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने देश में तीसरे मोर्चे के गठन की संभावना को स्वीकार किया है। ओवैसी ने सोमवार को कहा कि उन्होंने हमेशा से जोर दिया कि तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव से संबंध में पहल करें। हैदराबाद में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि अगर चंद्रशेखर राव नेतृत्व करते हैं तो देश में कई राजनीतिक दल व नेता हैं, जो इसमें कूदने को तैयार हैं। हैदराबाद से सांसद ओवैसी से मीडियाकर्मियों ने तीसरे मोर्चे के उदय की संभावना के बारे में सवाल पूछा था।
असदुद्दीन ओवैसी ने इसके जवाब में कहा, 'यहां तीसरे मोर्चे की बड़ी संभावना है। मैं तेलंगाना के मुख्यमंत्री से नेतृत्व करने के लिए कहता रहा हूं। अगर मुख्यमंत्री केसीआर नेतृत्व करते हैं तो हर राज्य में विभिन्न दल और राजनेता तैयार हैं। इसके बाद इस संबंध में बहुत से कार्य किए जा सकते हैं।' ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख ने राज्य में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के परिवारों को 12 लाख रुपये वित्तीय मदद देने के कांग्रेस के वादे पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि केसीआर ने 'दलित बंधु' योजना के तहत 10 लाख रुपये दिए हैं।
ओवैसी ने KCR की जमकर की तारीफ
ओवैसी ने कहा, 'वे (कांग्रेस) सिर्फ 2 लाख रुपये बढ़ाने की बात कर रहे हैं। केसीआर दलितों के लिए योजना लाए थे, वे (कांग्रेस) बस इसकी नकल कर रहे हैं। आप केवल 'यहां से काटकर वहां जोड़ने' (कट-एंड-पेस्ट) का काम कर रहे हैं। केसीआर इन्हें पहले ही लागू कर चुके हैं। उनके पास कुछ भी नया नहीं है।' औवेसी ने हरियाणा में हाल ही में हुई हिंसा को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर हमला बोला। उन्होंने दावा किया कि हिंसा के बाद मुसलमानों की इमारतों और संपत्तियों को ध्वस्त करके उन्हें सामूहिक सजा दी जा रही है।
तीसरी बैठक को तैयार 'इंडिया'
दूसरी ओर, विपक्षी दलों के गठबंधन 'इंडिया' की इस सप्ताह मुंबई में बैठक होनी है। कांग्रेस की सीनियर लीडर सोनिया गांधी भी इसमें शामिल होंगी। इस मीटिंग में 'भाजपा चले जाओ' का नारा दिया जाएगा। पार्टी की महाराष्ट्र इकाई के प्रमुख नाना पटोले ने सोमवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इस बैठक में विपक्ष के गठबंधन 'इंडिया' का 'लोगो' भी जारी किया जाएगा। पटोले ने कहा कि इंडिया गठबंधन में प्रधानमंत्री पद के लिए कई सक्षम उम्मीदवार हैं। उन्होंने दावा किया कि कुछ दल जो वर्तमान में BJP के नेतृत्व वाले NDA के घटक हैं, वे भी विपक्षी गठबंधन में शामिल हो सकते हैं।