नईदिल्ली
आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट ने अपनी मैगजीन 'वॉइस ऑफ खुरसान' का नया संस्करण जारी किया है. इस संस्करण में IS ने नूह हिंसा और ज्ञानवापी मस्जिद केस मामले में लेख लिखकर भारत के मुसलमानों को जिहाद के लिए उकसाने की कोशिश की है. इसके साथ ही मैगजीन में हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज का नाम लिखकर धमकी भी दी गई है.
मुसलमानों को उकसाने की कोशिश
जानकारी के मुताबिक, आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट ने अपनी मैगजीन वॉइस ऑफ खुरसान का नया संस्करण जारी किया है. खुरासान नाम के Propoganda मैगजीन के इस संस्करण में आईएस ने नूह हिंसा और ज्ञानवापी मस्जिद केस मामले में लेख लिखकर भारत के मुसलमानों को जिहाद के लिए उकसाने की कोशिश की है, साथ ही मैगजीन में बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के बारे में अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया गया है. आप को बता दें कि सोशल मीडिया और टेलीग्राम के जरिए जारी की जानी वाली IS की मैगजीन पर NIA लगातार शिकंजा कसती रही है.
बदला लेने की कही गई बात
इस्लामिक स्टेट की मैगजीन VOICE Of KHURASAN के कवर पेज ने बुलडोजर का फोटो इस्तेमाल किया गया है जो नूह में चलाया गया था. मैगजीन में मोनू मानेसर और बिट्टू बजरंगी का जिक्र करते हुए लिखा गया है कि इन लोगों ने वीडियो भड़काने वाला बनाया जिसके बाद मुसलमानों पर हमला हुआ. मुसलमानों के 500 घर तोड़े गए जलाए गए जिसका समर्थन हरियाणा के गृह मंत्री ने किया. मैगजीन में बदला लेने की बात कही गई है, हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज का नाम लिखकर धमकी भी दी गई.
कवर पेज पर बुलडोजर का फोटो
इस्लामिक स्टेट की मैगजीन VOICE Of KHURASAN की मैगजीन के कवर पेज ने बुल्डोजर का फोटो इस्तेमाल किया गया है जो नूह में चलाया गया था. मैगजीन में मोनू मानेसर और बिट्टू बजरंगी का जिक्र करते हुए लिखा गया है कि इन लोगों ने वीडियो भड़काने वाला बनाया जिसके बाद मुसलमानों पर हमला हुआ. मुसलमानों के 500 घर तोड़े गए-जलाए गए जिसका समर्थन हरियाणा के गृह मंत्री ने किया. मैगजीन में बदला लेने की बात कही गई है.
क्या हुआ था नूंह हिंसा में?
बता दें कि, बीते 31 अगस्त 2023 को हरियाणा के मेवात (नूंह) में दो समुदायों के बीच झड़प हो गई थी, जिसके कारण हिंसा भड़क गई थी. यह हिंसा उस वक्त भड़की जब विश्व हिंदू परिषद- VHP और बजरंग दल के कार्यकर्ता एक धार्मिक शोभा यात्रा निकाल रहे थे. जैसे ही यात्रा नूंह झंडा पार्क पहुंची तो पथराव शुरू हो गया और कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया. खबरों के मुताबिक ये पथराव और गोलीकांड मुस्लिम पक्ष के लोगों ने किया था, जिसके बाद हिंदू पक्ष के लोग भी भड़क उठे.
दोनों समुदाय ने एक-दूसरे पर जमकर पत्थर चलाए. कई गाड़ियों में तोड़फोड़ और आगजनी की. नूंह में इस यात्रा के दौरान हंगामा इतना बढ़ा कि पत्थर के साथ-साथ गोली भी चली. इस पथराव में कई लोग घायल हो गए. नूंह हिंसा में दो होमगार्डस और एक नागरिक की मौत हो गई और 10 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हो गए थे.
नूंह में सोमवार को फिर तनाव
वहीं बता दें कि, हरियाणा के नूंह में फिर से तनाव बढ़ गया है. हिंदू संगठन आज 28 अगस्त (सोमवार) को बृजमंडल शोभायात्रा निकालने पर अड़े हैं. वहीं, प्रशासन ने इसकी अनुमति नहीं दी है. इतना ही नहीं बाहरियों के भी नूंह आने पर रोक लगा दी गई है. जिले में पुलिस और अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया है. राज्य और जिले की सीमाओं पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है.
नूंह में प्रशासन ने एहतियातन स्कूल, कॉलेज और बैंकों को बंद रखने का आदेश दिया है. इतना ही नहीं इंटरनेट और बल्क एसएमएस सेवाओं को निलंबित कर दिया गया. नूंह में धारा 144 लागू कर दी गई है, इसके तहत सोमवार तक एक क्षेत्र में चार या अधिक लोगों के इकट्ठा होने पर रोक लगा दी गई है. नूंह के नलहड़ शिव मंदिर के 1.5 किलोमीटर क्षेत्र तक भारी संख्या में पुलिसबल तैनात किया गया है. इसी मंदिर पर शोभायात्रा के दौरान 31 जुलाई को हिंसा फैली थी. आज यहां सिर्फ स्थानीय लोगों को ID देखकर एंट्री दी जा रही है.