बुडापेस्ट
विश्व चैंपियन नीरज चोपड़ा ने सोमवार को देर तक जागने और उनका कार्यक्रम देखने के लिए भारतीय प्रशंसकों को धन्यवाद दिया। नीरज ने यहां विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में पुरुषों की भाला फेंक प्रतियोगिता में शीर्ष स्थान हासिल करते हुए भारत के लिए ऐतिहासिक पहला स्वर्ण पदक जीता। उनका खेल भारतीय समयानुसार रात 11:45 बजे (रविवार को) शुरू हुआ और रात 1 बजे तक चला।
इसके बाद पत्रकारों से बात करते हुए चोपड़ा ने भारतीय प्रशंसकों को धन्यवाद दिया और कहा कि यह देश के लिए पदक है। नीरज ने कहा, "मैं देर तक जागने के लिए भारत के लोगों को धन्यवाद देना चाहता हूं। यह पदक पूरे भारत के लिए है। मैं ओलंपिक चैंपियन हूं, अब विश्व चैंपियन हूं। विभिन्न क्षेत्रों में कड़ी मेहनत करते रहें। हमें दुनिया में नाम कमाना है।"
पिछले कुछ महीनों से चोट से परेशान रहे नीरज ने अपने दूसरे प्रयास में 88.17 मीटर भाला फेंककर प्रतियोगिता में बाजी मार ली। पाकिस्तान के अरशद नदीम ने 87.82 की दूरी के साथ रजत पदक जीता, जो उनके देश के लिए पहला विश्व चैम्पियनशिप पदक है, जबकि चेक गणराज्य के याकूब वडलेज ने 86.67 की दूरी के साथ पिछले साल ओरेगन में जीता कांस्य पदक बरकरार रखा।
प्रतियोगिता में शामिल दो अन्य भारतीयों ने भी अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया, लेकिन पोडियम पर नहीं पहुंच सके -किशोर कुमार जेना, जिन्हें बुडापेस्ट पहुंचने के लिए वीजा समस्याओं से जूझना पड़ा, 84.77 के व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ पांचवें स्थान पर रहे, जबकि डी.पी. मनु 84.14 के साथ छठे स्थान पर रहे।