गुलदार
टिहरी जिले में गुलदार की दहशत कम होने का नाम नहीं ले रही है। ताजा मामला भरपूरिया गांव से सामने आया है। यहां एक गुलदार घर के आंगन में खेल रहे तीन साल के मासूम बच्चे को उठा ले गया और मौत के घाट उतार दिया। इस घटना के बाद से गांव में दहशत के साथ कोहराम मचा हुआ है। परिजनों का रो-रोकर बुला हाल है। ऐसा बताया जा रहा है कि मासूम बच्चा परिवार का इकलौता चिराग था। वहीं, अब ग्रामीणों ने वन विभाग से गुलदार को नरभक्षी घोषित कर मार गिराने की मांग की है। अमर उजाला की खबर के मुताबिक, शनिवार 26 अगस्त की शाम तीन साल का मासूम अपनी मां के साथ घर के आंगन में खेल रहा था।
इस दौरान मां अपने बेटे को घर के आंगन में खेलता हुआ छोड़कर लाइट जलाने घर के अंदर चली गई। तभी वहां गुलदार आ गया और तीन साल के मासूम बच्चे को आंगन से उठाकर खेतों की तरफ ले गया। बच्चे के चीखने-चिल्लाने की आवाज सुनकर मां और पड़ोसी घर से बाहर आए तो वहां बच्चा दिखाई नहीं दिया। आसपास काफी खोज-बीन के बाद तीन साल का मासूम घर से 50 मीटर दूर धान के खेतों के बीच रोते हुए मिला। जिसके बाद परिजन उसे इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लंबगांव लेकर पहुंचे। वहां पहुंचने पर डॉक्टरों से उसे मृत घोषित कर दिया। वहीं, सूचना मिलते ही वन रेंज अधिकारी मुकेश डिमरी, थानाध्यक्ष महिपाल सिंह रावत मौके पर पहुंचे।
भरपूरिया गांव से गुलदार के हमले की सूचना मिली थी। टीम घटना स्थल के लिए रवाना हो रही थी कि परिजन घायल अवस्था में बच्चे को उपचार के लिए लंबगांव अस्पताल लाए। जहां डॉक्टर से उसे मृत घोषित कर दिया।
बच्चे की गर्दन पर कई घाव थे। विधायक विक्रम सिंह नेगी, ब्लॉक प्रमुख प्रदीप चंद रमोला व ग्राम प्रधान मातबर सिंह पंवार ने घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए वन विभाग से गुलदार को नरभक्षी घोषित कर मार गिराने की मांग की है। वन विभाग की टीम को गांव में गश्त बढ़ाने को कहा।