प्रयागराज
सैम हिगिन्नबॉटम यूनिवर्सिटी ऑफ एग्रीकल्चर, टेक्नोलॉजी एंड साइंसेज (शुआट्स) के कुलपति आरबी लाल समेत 10 आरोपियों के खिलाफ नैनी पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। नैनी पुलिस यह कार्रवाई 5.56 करोड़ रुपए के गबन मामले में की है। अमर उजाला की खबर के मुताबिक, नैनी पुलिस ने 5.56 करोड़ रुपए के गबन मामले में कार्रवाई करते हुए शुआट्स के कुलपति समेत 10 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट कोर्ट में दाखिल कर दी। इस चार्जशीट में शुआट्स के कुलधिपति जेए ऑलिवर का नाम भी शामिल है।
ऐसा बताया जा रहा है कि इन सभी आरोपियों पर सरकारी अनुदान की राशि के दुरुपयोग का आरोप है। एसटीएफ की ओर से फरवरी महीने में इन सभी के खिलाफ यह मुकदमा नैनी थाने में दर्ज कराया गया था। उस वक्त शुआट्स के कुल 11 अधिकारियों और कर्मचारियों को नामजद कराया गया था।
Chandrayaan 3 मुकदमे का आधार निदेशक, स्थानीय निधि लेखा परीक्षा विभाग की उस रिपोर्ट को बनाया गया था, जो कृषि शिक्षा एवं अनुसंधान विभाग के आदेश पर की गई जांच के बाद तैयार की गई थी। इस रिपोर्ट के मुताबिक, शुआट्स में कुलपति व विवि के अन्य प्रशासनिक अधिकारियों ने शासन की ओर से मिले अनुदान का गबन किया था।
रिपोर्ट में बताया कि उत्तर प्रदेश शासन से विभिन्न मदों में दिए गए कुल 5,56,57,592 रुपये का शुआट्स के अधिकारियों और कर्मचारियों ने मिलकर गबन कर लिया। यह आपराधिक कृत्य विवि से प्रचलित विभिन्न बैंक खातों के माध्यम से जाली दस्तावेजों के जरिए किया गया। सूत्रों का कहना है कि विवेचना के दौरान सामने आए तथ्यों से आरोप सही पाए गए। इसके आधार पर पुलिस ने कुलाधिपति जेए ऑलिवर, कुलपति डॉ. राजेंद्र बिहारी लाल, तत्कालीन रजिस्ट्रार अजय कुमार लॉरेंस, प्रतिकुलपति सुनील बी. लाल, तत्कालीन निदेशक एचआरएम बिनोद बिहारी लाल, रजिस्ट्रार रॉबिन एल प्रसाद, तत्कालीन वित्तनिदेशक/ वित्तनियंत्रक स्टीफेन दास, प्रतिकुलपति डॉ. सर्वजीत हर्बट, तत्कालीन निदेशक एचआरएम रंजन ए जॉन, कार्यालय अधीक्षक अशोक सिंह के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी।