नई दिल्ली
दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी और नीदरलैंड्स की शराब बनाने वाली कंपनी हेनेकेन ने रूस में अपना कारोबार समेट लिया है। कंपनी ने सिर्फ एक यूरो यानी 90 रुपये में अपने रूसी कारोबार को अर्नेस्ट ग्रुप को बेचने को सौदा किया है। दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी शराब बनाने वाली कंपनी हेनेकेन ने यूक्रेन पर रूसी आक्रमण के बाद रूस से बाहर निकलने की घोषणा की थी। हेनेकेन के मुताबिक, इस सौदे से उसे 300 मिलिनय यूरो ($324.8 मिलियन) का बड़ा नुकसान होगा। शराब बनाने वाली कंपनी हेनेकेन ने कहा कि उसने रूस के अर्नेस्ट ग्रुप को प्रतीकात्मक एक यूरो में अपना कारोबार बेचकर रूस से बाहर निकलने की प्रक्रिया पूरी कर ली है।
कंपनी को हुआ बड़ा नुकसान
दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी शराब बनाने वाली कंपनी ने कहा कि इस सौदे को सभी आवश्यक मंजूरी मिल गई है और उसे बड़ा नुकसान हुआ है। बता दें कि यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के बाद, हेनेकेन ने मार्च 2022 में रूस से बाहर निकलने के अपने इरादे की घोषणा की थी। कंपनी के मुताबिक, इस प्रक्रिया में अपेक्षा से अधिक समय लगा है। मुख्य कार्यकारी डॉल्फ़ वैन डेन ब्रिंक के मुताबिक, "हालिया घटनाक्रम रूस से बाहर निकलने में बड़ी विनिर्माण कंपनियों के सामने कई चुनौतियां हैं। बता दें कि हेनेकेन की रूस में सात ब्रुअरीज और 1,800 कर्मचारी थे, जिन्हें अगले तीन वर्षों के लिए रोजगार की गारंटी मिलेगी।
रूस छोड़कर जा रहीं कंपनियां
पश्चिम द्वारा मॉस्को पर अभूतपूर्व प्रतिबंध लगाए जाने के बाद कई बहुराष्ट्रीय कंपनियां रूस छोड़ने के लिए दौड़ पड़ीं है। इसी क्रम में दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी शराब बनाने वाली कंपनी हेनेकेन ने रूस में अपना कारोबार समेटने का निर्णय लिया है। हालांकि इस कदम में कंपनी का काफी बड़ा नुकसान उठाना पड़ गया है। बता दें कि कंपनी रूस में अपना कारोबार समेटने की तैयारी काफी पहले से कर रही थी।