कोटा.
महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने और आजीविका से जोड़ने के लिए राजस्थान के कोटा में महिलाओं के लिए 100 दिवसीय ऑटो ड्राइविंग प्रशिक्षण का नवाचार पायलट प्रोजेक्ट प्रारंभ हुआ. इसके तहत महिलाओं को ऑटो ड्राइविंग से लेकर सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग दी जाएगी. इस प्रशिक्षण के सफलतापूर्वक संपन्न होने पर कोटा शहर में विभिन्न स्थानों पर महिला ऑटो चालक ऑटो चलाती दिखाई देंगी.
जिला कलेक्टर ओ.पी बुनकर ने बताया कि इस नवाचार को महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक बड़ा कदम बताते हुए प्रशिक्षणार्थियों को शुभकामनाएं दी और उनका मनोबल बढ़ाया. महिलाएं अपने मन से डर और शंकाएं निकाल कर इस कार्य के लिए तैयार हों. तरह-तरह की दिक्कतें, अड़चनें आ सकती हैं,इसके लिए भी मानसिक रूप से तैयार रहें. धैर्य व लगन से प्रशिक्षण लेते हुए सुरक्षित ड्राइविंग सीखें और आत्मविश्वास के साथ ऑटो चालक के रूप में अपनी नई भूमिका शुरू करें.
जीवन आश्रम संस्था की संस्थापक राधिका शर्मा ने बताया कि 20 से 25 महिलाओं का एक ग्रुप बनाया गया है. इन महिलाओं को 100 दिनों तक ऑटो ड्राइविंग का प्रशिक्षण दिया जाएगा, साथ ही, इन महिलाओं को सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग कम्युनिकेशन स्किल की ट्रेनिंग ऑटो रिपेयरिंग की ट्रेनिंग ऑटो फाइनेंस के तरीके साथ ही इन महिलाओं का लाइसेंस बनाना सभी प्रकार की ट्रेनिंग दी जा रही है. ताकि यह सभी महिलाएं 100 दिन पूरे होने के बाद आत्मनिर्भर हो सके.
छात्रसंघ अध्यक्ष विनय राज ने बताया कि यह प्रशिक्षण महिला अधिकारिता विभाग के तत्वावधान में जीवन आश्रम संस्था द्वारा संचालित किया जा रहा है. इस अवसर पर शहर में पहले से ऑटो रिक्शा चला रही चुनिंदा महिलाओं ने अपने अनुभव बताते हुए प्रशिक्षणार्थी महिलाओं का मनोबल बढ़ाया और उन्हें आगे आने के लिए प्रेरित किया. इस तरह के प्रोग्राम पहली बार कोटा में आयोजित हुए हैं. जो महिलाओं को आत्मनिर्भर से लेकर सेल्फ डिफेंस और भी अनेकों तरह की ट्रेनिंग दे रहा है.
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