लखनऊ
लखनऊ नगर निगम ने शहर को स्वच्छ करने की कई कोशिशें की हैं और इसके लेकर जन-सहयोग भी मांगा है। एक बार फिर से नगर निगम शहर लखनऊ के लोगों से 30 ग्राम का कपड़े का थैला लेकर चलने की अपील कर रहा है। लोगों को प्लास्टिक मुक्त वातावरण बनाने के लिए जागरुक कर रहा है।
शहर में चाय की दुकानों, खुले बाजारों, प्रमुख धार्मिक स्थलों, सब्जी मंडियों में नगर निगम की ओर से बोर्ड टांग दिये गये हैं। इन बोर्ड पर अपनी बातों को लिखकर नगर निगम ने लोगों से यह प्रश्न कर रहा है कि यदि आप 250 ग्राम का स्मार्ट फोन और तीन सौ ग्राम का पावर बैंक अपनी जेब में लेकर चल सकते हैं तो 30 ग्राम का कपड़े का थैला क्यों नहीं।
नगर निगम अपने बोर्ड के माध्यम से कपड़े के थैला का उपयोग करने और प्लास्टिक की पन्नी से दूरी बनाने को कह रहा है। जिसे शहर के लोगों की ओर से खासा पसंद भी किया जा रहा है। हजरतगंज में केवल के नाम से एक मशहूर चाय की दुकान है और यहां सुबह के वक्त पहुंचने वाले लोगाें का ध्यान नगर निगम के बोर्ड पर चला जाता हैं। यहां चाय पीने पहुंचें व्यापारी आनन्द और उनके मित्र सुशील की मानें तो शहर को पूरी तरह से प्लास्टिक मुक्त करने के लिए ये बेहद जरुरी है। उन्होंने तो अपने प्रतिष्ठिानों पर भी कपड़े के थैला का उपयोग शुरु कर दिया है।
हजरतगंज में सुबह के वक्त सैकड़ों की संख्या में शर्मा टी स्टाल पर भी लोग चाय पीने पहुंचते हैं। ये चाय पीने वाली जगह पूरे शहर में ख्याति प्राप्त है। यहां सुबह के वक्त चाय पीने पहुंचें श्याम, दीपक, दिनेश ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि नगर निगम के बोर्ड को देखने के बाद लोगों में जागरुकता आयेगी। हम लोगों को वैसे प्लास्टिक के पन्नी का उपयोग बंद करने का संकल्प स्वयं से ही लेना होगा। तभी कपड़े का थैला हाथ में आयेगा।
खाद्य आपूर्ति विभाग के अधिकारी अभिनव ने गुरुवार को बताया कि आज-कल जनरल स्टोर, मिठाई की दुकानों, दवा की दुकानों पर प्लास्टिक की पन्नी में कोई दुकानदार सामग्री नहीं दे रहा है। जहां भी ऐसी शिकायतें थी, वहां पर बदलाव आया है। कपड़े के थैले का उपयोग बढ़ा है। नगर निगम लखनऊ के अपील का खासा असर है।