नई दिल्ली
पाकिस्तान के खिलाफ दूसरे वनडे में भले ही अफगानिस्तान को 1 विकेट से हार का सामना करना पड़ा हो, मगर उन्होंने पहले मुकाबले की शर्मनाक हार के बाद जो वापसी की वो सच में तारीफ के काबिल थी। पाकिस्तान के खिलाफ पहले वनडे में 59 रनों पर ढेर होने के बाद अफगानी टीम नो बोर्ड पर 300 रन लगाए। टीम को इस स्कोर तक पहुंचाने में रहमानुल्लाह गुरबाज ने अहम रोल अदा किया। गुरबाज ने 14 चौकों और 3 गगनचुंबी छक्कों की मदद से 151 रनों की धमाकेदार पारी खेली। उन्होंने अपनी इस पारी के दम पर क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर का भी एक रिकॉर्ड धवस्त किया।
यह रिकॉर्ड है 21 साल की उम्र में सबसे ज्यादा शतक जड़ने वाले खिलाड़ियों का। अफगानिस्तान के लिए 23 वनडे खेल चुके गुरबाज का यह 50 ओवर फॉर्मेट में 5वां शतक था। 21 साल की उम्र में उन्होंने इसी के साथ सचिन से अधिक शतक जड़ दिए हैं। मास्टर ब्लास्टर ने अपने करियर की शुरुआत तो 16 साल की उम्र में की थी, मगर वह 21 साल तक महज 4 ही शतक जड़ पाए थे। बता दें, इस सूची में साउथ अफ्रीका के विस्फोटक सलामी बल्लेबाज क्विंटन डी कॉक और श्रीलंका के उपुल थरंगा 6 शतकों के साथ टॉप पर हैं।
21 साल की उम्र में सबसे ज्यादा वनडे शतक जड़ने वाले खिलाड़ी-
6 – क्विंटन डी कॉक
6 – उपुल थरंगा
5 – रहमानुल्लाह गुरबाज़
4 – सचिन तेंदुलकर
4 – इब्राहिम जादरान
4 – शहरयार नफीस
4 – पॉल स्टर्लिंग
गुरबाज इस शतक के साथ पाकिस्तान के खिलाफ सेंचुरी ठोकने वाले पहले अफगानी खिलाड़ी बने हैं। इसी के साथ उन्होंने धोनी का भी एक बड़ा रिकॉर्ड ध्वस्त किया। गुरबाज से पहले धोनी के नाम पाकिस्तान के खिलाफ बतौर विकेट कीपर बल्लेबाज सबसे बड़ी पारी खेलने का रिकॉर्ड था। 2005 में माही ने मेन इन ग्रीन के खिलाफ 148 रनों की धुआंधार पारी खेली थी, मगर अब गुरबाज ने 151 रनों की पारी खेल यह रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है।
गुरबाज ने 23 पारियों में 5 शतक ठोक बाबर आजम का रिकॉर्ड भी चकनाचूर किया है। पाकिस्तान के कप्तान ने अपने वनडे करियर के पहले 5 शतक जड़ने के लिए 25 पारियां ली थी, मगर उनसे दो पारियां कम लेकर गुरबाज बाबर से आगे निकल गए हैं। वनडे क्रिकेट में सबसे तेज 5 शतक क्विंटन डी कॉक ने 19 पारियों में जड़े थे।