लखनऊ
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी का कहना है कि पश्चिमी यूपी में जाटों की नाराजगी का मुद्दा विपक्ष द्वारा खड़ा किया गया शिगूफा है। पश्चिमी यूपी में बड़ा जनाधार भाजपा के साथ है। वह केंद्र व राज्य सरकार के काम और संगठन के बलबूते मिशन-2024 के रण में उतरेंगे। जल्द ही जिलाध्यक्षों के दायित्वों में आंशिक बदलाव के साथ निगमों-बोर्डों में अध्यक्षों-सदस्यों की नियुक्ति की जाएगी। भूपेंद्र चौधरी का एक वर्ष का कार्यकाल 25 अगस्त को पूरा हो रहा है। ‘हिन्दुस्तान’ ने उनसे बातचीत की।
पेश हैं मुख्य अंश:-
सवाल-‘एक वर्ष के कार्यकाल को कैसे देखते हैं। आप कितना सफल रहे हैं ?
-उप्र ने संगठन की दृष्टि से सबसे अच्छा काम किया है। चाहे उपचुनाव हो या निकाय चुनाव अब तक की सबसे बड़ी जीत दर्ज की है। कभी किसी दल को ऐसा जनसमर्थन नहीं मिला। 40 फीसदी नगर पंचायतों में भी भाजपा जीती है। केंद्र सरकार के नौ साल पूरे होने पर हमने महा जनसंपर्क किया, उसमें हम पहले नंबर पर रहे। पीएम नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी के प्रति जनता का विश्वास है और कार्यकर्ताओं की मेहनत से हमें सफलता मिली।
सवाल-मिशन-2024 के मद्देनज़र क्या चुनौतियां देखते हैं ?
-राजनीति में हमेशा अच्छा करने की चुनौती रहती है। जनता ने भाजपा को इतना बड़ा जनादेश दिया है और पार्टी के प्रति विश्वास है। इसी विश्वास के आधार पर आगे बढ़ना चुनौती है। रामपुर उपचुनाव जीतना एक बड़ी चुनौती थी। खतौली में परिणाम हमारे अनुकूल नहीं आए। हम समीक्षा कर जो कमियां रह गई हैं, उन्हें आगामी चुनावों में दूर करेंगे। पीएम मोदी के नेतृत्व में भाजपा को बड़ा जनादेश मिलेगा।
सवाल-पश्चिमी यूपी में यह अवधारणा क्यों रहती है कि जाट नाराज़ हैं?
-पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में वर्ष 2014 के बाद से पश्चिमी यूपी से लेकर पूरब तक भाजपा को अपार समर्थन मिला है। वर्ष 2019 में हम 73 सीटें जीते। इसके बाद जो भी विधानसभा के चुनाव हुए उनमें भाजपा को बहुत अच्छी सफलता मिली। वर्ष 2019 में मुरादाबाद मंडल में जरूर अपेक्षित परिणाम नहीं आए लेकिन बाद में विधानसभा चुनावों में परिणाम बहुत अच्छे आए हैं। पश्चिम में चारों चुनावों में बड़ा जनादेश हमें मिला है। आगरा, अलीगढ़, मुजफ्फरनगर, मथुरा, हाथरस, बुलंदशहर, रामपुर, बिजनौर, आगरा, गाजियाबाद, नोएडा में भाजपा को अच्छी सीटें मिली हैं।