नई दिल्ली
2019 वर्ल्ड कप में टीम इंडिया को नंबर-4 के बल्लेबाज की कमी काफी खली थी, इसके बाद टीम के पूर्व हेड कोच और खिलाड़ी रह चुके रवि शास्त्री ने हाल में बताया था कि उस समय के चीफ सिलेक्टर रहे एमएसके प्रसाद से उनकी इस पर लंबी चर्चा हुई थी। शास्त्री ने कहा कि उस समय हम विराट कोहली को नंबर चार पर भेजने के बारे में सोच रहे थे। एशिया कप 2023 के लिए टीम के चयन से पहले शास्त्री ने एक बार फिर इस बात को दोहराया और बताया कि क्यों विराट कोहली को नंबर-4 पर भेजा जा सकता है। टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा भी नंबर-4 पोजिशन को लेकर कुछ परेशान आए थे। उन्होंने खुद माना था कि युवराज सिंह के बाद से टीम इंडिया को इस बैटिंग ऑर्डर के लिए कोई परमानेंट नाम नहीं मिला है। इन सब के बीच टीम इंडिया पूर्व क्रिकेटर संजय मांजरेकर ने भी विराट को नंबर-4 पर भेजने या नहीं भेजने को लेकर अपनी बात रखी है। मांजरेकर का मानना है कि इस तरह का खिलवाड़ विराट के बैटिंग ऑर्डर से नहीं होना चाहिए। इतना ही नहीं संजय मांजरेकर ने इस दौरान 2007 आईसीसी वनडे वर्ल्ड कप की भी याद दिलाई, जिसमें सचिन तेंदुलकर फ्लॉप हुए थे और भारत नॉकआउट तक भी नहीं पहुंच पाया था।
2007 वर्ल्ड कप में टीम इंडिया में सौरव गांगुली, राहुल द्रविड़, वीरेंद्र सहवाग, सचिन तेंदुलकर, एमएस धोनी और हरभजन सिंह जैसे बड़े नाम थे। भारतीय टीम को टूर्नामेंट से पहले वर्ल्ड कप के नॉकआउट में पहुंचने का प्रबल दावेदार माना जा रहा था। टूर्नामेंट में टीम मैनेजमेंट ने सौरव गांगुली और सचिन तेंदुलकर की ओपनिंग जोड़ी को तोड़ा था और तेंदुलकर को नंबर-4 पर बैटिंग करने के लिए भेजा था। भारत ने लीग मैच में जो दो मैच गंवाए थे, उसमें सचिन ने सात रन और शून्य रन की पारियां खेली थीं। 2023 वर्ल्ड कप से पहले ईशान किशन को बैटिंग ऑर्डर में फिट करने के लिए विराट कोहली को नंबर-4 पर भेजने के सुझावों पर मांजरेकर जमकर बरसे।
मांजरेकर ने कहा, 'जितनी ईशान किशन जैसे खिलाड़ी को बैटिंग ऑर्डर में फिट करने की बात होगी, उतना विराट को बाहर जैसा लगने लगेगा। ऐसा लग रहा है कि वह बलि का बकरा बन चुका है, आप उसको बैटिंग में नंबर-4 पर उतारोगे और सारी दिक्कतें खत्म हो जाएंगी। भारतीय टीम के साथ ऐसी दिक्कतें रही हैं। 2007 वर्ल्ड कप में राहुल द्रविड़ और ग्रेग चैपल ने मिलकर सचिन को नंबर चार पर बैटिंग के लिए भेजा था, जिससे वीरेंद्र सहवाग पारी का आगाज कर सकें। लेकिन इससे काफी विवाद खड़ा हो गया था। तो यह विराट जैसे दिग्गज खिलाड़ी पर है कि क्या वह नंबर चार पर आना चाहेंगे या नहीं, यह साधारण सा उपाय लग सकता है, लेकिन इससे विराट को दिक्कत हो सकती है।'