नई दिल्ली
टाटा ग्रुप की कंपनी टाइटन (Titan) ने अपनी सब्सिडयरी कैरेटलेन में हिस्सेदारी खरीदने के लिए कर्ज लेने की योजना बनाई है। बिजनेस स्टैंडर्ड की रिपोर्ट के मुताबिक टाइटन आंशिक ऋण लेने की योजना बना रही है। हालांकि, कंपनी की ओर से अब तक आधिकारिक तौर पर बयान जारी नहीं किया गया है।
डील की ये है डिटेल: ब्रांडेड आभूषण निर्माता टाइटन ने कैरटलेन में 27.18 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदने का ऐलान किया है। इसी तरह, कैरटलेन में उसकी कुल हिस्सेदारी 98.28 प्रतिशत हो जाएगी। टाटा समूह के नियंत्रण वाली कंपनी ने शेयर खरीद समझौता करते हुए कैरटलेन ट्रेडिंग प्राइवेट लिमिटेड और उनके पारिवारिक सदस्यों से 91.90 लाख इक्विटी शेयरों का अधिग्रहण कर लिया।
टाइटन ने बताया था- कैरटलेन टाइटन की सब्सिडयरी है और उपरोक्त शेयर खरीद के बाद कैरेटलेन में कंपनी की शेयरधारिता 71.09 प्रतिशत से बढ़कर 98.28 प्रतिशत हो जाएगी। सौदे की कीमत पर टाइटन ने कहा कि वह कैरटलेन के 21.18 प्रतिशत इक्विटी शेयर के लिए 4,621 करोड़ रुपये चुकाएगी।
अक्टूबर तक डील: टाइटन को यह सौदा 31 अक्टूबर, 2023 तक पूरा होने की उम्मीद है। इसे अभी भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) से मंजूरी मिलनी बाकी है। बता दें कि कैरटलेन ट्रेडिंग एक गैरसूचीबद्ध कंपनी है और बीते वित्त वर्ष में उसका कारोबार 2,177 करोड़ रुपया रहा। यह कंपनी आभूषण विनिर्माण और बिक्री भी करती है।