अजमेर
राजस्थान में एक्टिव हुए नए वेदर सिस्टम के कारण जयपुर, जोधपुर, बीकानेर, उदयपुर, भरतपुर और अजमेर संभाग के कई जिलों में बारिश हुई। इन जिलों में 1 से लेकर 3 इंच तक पानी बरसा। इससे खरीफ की फसलों को खासा फायदा हुआ है। इधर, मौसम विभाग ने आज भी प्रदेश के 11 जिलों में तेज बारिश का भी अलर्ट जारी किया है।
अगस्त में अब तक कम बारिश के चलते हनुमानगढ़, चूरू, बीकानेर, जोधपुर के कुछ इलाकों में बारिश नहीं होने से फसलें सूखकर खराब होने लगी थीं। कृषि विशेषज्ञों के मुताबिक ये बारिश खरीफ की फसलों के लिए नया जीवनदान लेकर आई है।
पिछले 24 घंटे की रिपोर्ट देखें तो अजमेर के अरांई में सबसे ज्यादा 71MM बरसात हुई। इसके अलावा भरतपुर के सीकरी, बारां के शाहबाद, चित्तौड़गढ़ के कपासन, जयपुर के संभार, जोधपुर के शेरगढ़, उदयपुर के कानोड और टोंक शहर में एक से लेकर 2 इंच या उससे ज्यादा पानी बरसा। प्रतापगढ़, राजसमंद, डूंगरपुर, चूरू, बीकानेर, भीलवाड़ा, पाली, बांसवाड़ा, हनुमानगढ़, डूंगरपुर समेत अन्य कई जिलों में भी बीती रात बारिश देखने को मिली।
झालावाड़ एरिया में हुई तेज बारिश के चलते सोमवार को कालीसिंध बांध का एक गेट खोलकर वहां से 840 क्यूसेक पानी की निकासी की गई। इसी तरह पाली के जवाई बांध, बांसवाड़ा के माही बजाज सागर, टोंक के बीसलपुर बांध में भी नए सिरे से पानी आने लगा है। चित्तौड़गढ़ के जाखम बांध का भी जलस्तर 21.60 मीटर से बढ़कर 22.40 मीटर तक पहुंच गया।
फसलों को मिला जीवनदान
कमजोर मानसून के चलते राजस्थान में अगस्त के शुरुआती 15 दिनों में बारिश न के बराबर हुई थी। इससे हनुमानगढ़, चूरू एरिया में खरीफ की फसलें सूखने लगी थीं। झुंझुनूं, सीकर, बीकानेर, जैसलमेर, जालोर एरिया में भी फसलों के खराब होने की स्थिति बन गई थी। हालांकि अब किसानों की चिंता काफी हद तक दूर हो गई है।
11 जिलों में तेज बारिश का अलर्ट
जयपुर मौसम केन्द्र से जारी फोरकास्ट के मुताबिक मंगलवार को 11 जिलों में तेज बारिश हो सकती है। अजमेर, बारां, भरतपुर, चित्तौड़गढ़, दौसा, धौलपुर, जयपुर, झालावाड़, करौली, कोटा और सवाई माधोपुर जिले में तेज या कहीं कहीं भारी बारिश होने के आसार हैं। इन जिलों के अलावा उदयपुर, टोंक, सिरोही, राजसमंद, प्रतापगढ़, डूंगरपुर, बूंदी, भीलवाड़ा, बांसवाड़ा और अजमेर जिले में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है।